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बेटों से अधिक बेटियां गोल्ड मेडलिस्ट :GGTU के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने 30 छात्राओं को किया सम्मानित

Banswara
बेटों से अधिक बेटियां गोल्ड मेडलिस्ट :GGTU के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने 30 छात्राओं को किया सम्मानित
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गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल कलराज मिश्र ने 11 अभ्यर्थियों को पीएचडी की उपाधि और 30 प्रतिभाओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। समारोह के मुख्य वक्ता वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के कुलपति प्रो. कैलाश सोडानी रहे। जीजीटीयू के पांचवें दीक्षांत समारोह में भी बेटियों ने बाजी मारी है। कुल 30 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल दिए गए, उनमें 22 बेटियां शामिल हैं। गोल्ड मेडल लेने वालों में 22 विद्यार्थी बांसवाड़ा व 3-3 विद्यार्थी डूंगरपुर प्रतापगढ़ के हैं।

मंचासीन राज्यपाल और अतिथि।
मंचासीन राज्यपाल और अतिथि।

इन्हें मिला गोल्ड मेडल

समारोह में राज्यपाल ने बेटियों में सरकारी गर्ल्स कॉलेज प्रतापगढ़ अंडर ग्रेजुएट मिताली राज, विद्या नगर कॉलेज पंचवटी की रितिका पटेल, न्यू लुक गर्ल्स कॉलेज परतापुर की तनीशा त्रिवेदी, पोस्ट ग्रेजुएट श्रेणी में गर्वमेंट पीजी कॉलेज प्रतापगढ़ की चित्रा. जीजीटीयू कैंपस बांसवाड़ा की लेखनी ठाकुर, MBD कॉलेज कुशलगढ़ की जेबा मिर्जा, श्री गोविंद गुरु कॉलेज की मुस्कान देयर, गोविंद गुरु कॉलेज की अपूर्वा शर्मा, गोविंद गुरु गर्वमेंट कॉलेज बांसवाड़ा की दीप माला पंड्या शामिल हैं। वहीं, GGGC बांसवाड़ा की यामा दीक्षित, रश्मि वाधवानी, कीर्ति जैन, HDJ गर्ल्स कॉलेज की मीना यादव, जीजीटीयू कैंपस की नेहा खंडेगर, SBP कॉलेज डूंगरपुर की अलपा दोसी, प्रोफेशनल कोर्स श्रेणी में जीजीटीयू कैंपस की भूमिका जैन, न्यू लुक गर्ल्स कॉलेज लोधा की छात्रा रिया दवे, धरिति पटेल, जीजीटीयू कैंपस की छात्रा प्रिया पवार, CBSE श्रेणी में जीजीटीयू कैंपस की छात्रा हेमांगी श्रीमल, निशि शाह, हितांशी आचार्या समेत कुल 22 छात्राएं शामिल हैं।

मेडल से सम्मानित स्टूडेंट्स और कुलपति।
मेडल से सम्मानित स्टूडेंट्स और कुलपति।

छात्राओं की ज़्यादा संख्या गर्व का विषय- राज्यपाल

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि मैं जहां भी दीक्षांत समारोह में जा रहा हूं वहां गोल्ड मेडल लाने वाले स्टूडेंट्स में छात्राओं की संख्या ज्यादा है। यहां भी 30 में से 20 मेडल छात्राओं ने प्राप्त किए। यह सम्मान और गौरव का पल है। जहां नारियों का सम्मान होता है वहां देवता निवास करते हैं। प्राचीन समय में शिष्य गुरु का विद्यार्थी ही नहीं बल्कि उसके परिवार का सदस्य माना जाता था। प्रातः काल से शयन तक गुरु के पर्यवक्षण में रहता था। इसके माध्यम से उसका आंकलन भी होता था। इसके बाद गुरु उसे स्नातक घोषित करता। स्नातक होने के बाद घर वापसी के बीच समावर्तन संस्कार होता था यही संस्कार आज दीक्षांत समारोह है।

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते राज्यपाल।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते राज्यपाल।

दुनिया की शोधशाला लाइब्रेरी और लेबोरेटरी है- प्रो सोडानी

मुख्यवक्ता प्रो कैलाश सोडानी ने कहा कि अब तक एक षड्यंत्र के तहत अंग्रेज़ीकरण के माध्यम से देश के भविष्य का बाल्यावस्था में ही गाला घोटने की माकूल व्यवस्था कर रखी थी। विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की प्रगति का आधार उनकी अपनी भाषा रही है। हमें भी अपनी भाषा में आना पड़ेगा। अभी तक केंद्र सरकार अपनी जीडीपी का मात्र 2-3 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करती रही है, इसे नई शिक्षा नीति में 6 प्रतिशत करने की अनुशंसा की गई है जो प्रशंसनीय है। प्रिय स्टूडेंट्स आपको लाइब्रेरी और लेबोरेटरी का उपयोग अधिक करना होगा क्योंकि दुनिया की शोधशाला वही है। हमारी युवा पीढ़ी अपना आइकॉन फ़िल्मी स्टार, क्रिकेटर को मानते हैं, हम उनके प्रशंसक हो सकते हैं लेकिन आदर्श नहीं। आइकॉन हमेशा शिक्षक, डॉक्टर, महापुरुष, इंजीनियर होने चाहिए। समारोह से पहले कुलपति प्रो केएस ठाकुर ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। संचालन डॉ नरेंद्र पानेरी ने किया।

गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल।
गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल।
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