माही बजाज सागर बांध 280.40 मीटर भरा:6.62 लाख लीटर हर सेकेंड छोड़ रहे, एमपी से भी प्रति सेकंड 8.48 लाख लीटर आवक
मगलवार शाम 4:26 बजे बांध के 4 गेट, शाम 7:30 बजे 2 और रात साढ़े 9 बजे और दो गेट खोले गए। इसमें 4 गेट 1.5-1.5 और 4 गेट 1-1 मीटर तक खोले हैं। अभी डेम में 8.48 लाख लीटर पानी हर सेकेंड आ रहा है। इसकी तुलना में 6.64 लाख लीटर पानी छोड़ा जा रहा है। 8 गेट अभी आधा-आधा मीटर खुले हैं।
एईएन पीयूष पाटीदार ने बताया कि बांध का जलस्तर 280.45 आरएल मीटर तक पहुंच चुका है। एक्सईएन प्रकाश चंद्र रैगर ने बताया कि इसकी भराव क्षमता 281.50 आरएल मीटर है।
माही बांध का पानी माही नदी से गुजरात जाता है। इस पानी को राजस्थान में रोककर प्रदेश के ऐसे भागों में भेजा जा सकता है। जहां पेयजल व सिंचाई के लिए पानी नहीं है। इतना पानी व्यर्थ छोड़ा जा रहा है। जिससे पूरे राजस्थान का सूखा खत्म हो सकता है। एक तरफ सरकार पश्चिमी राजस्थान में समुद्र से पीने का पानी लाने की योजना बना रही है। दूसरी ओर, राज्य का पानी बहकर समुद्र में जा रहा है।
राज्य सरकार माही बांध का पानी 10 जिलों को देने का भी प्लान बना रही है। लेकिन यह देखना गोपीराम अग्रवाल, अध्यक्ष, राजस्थान ट्राइबल एरिया विकास समिति माही बांध वर्ष 1982 से लेकर 2020 तक 40 वर्षों में सिर्फ 12 बार पूरा भरा है। 9 वर्षों में 100-100 टीएमसी से अधिक पानी आया। बांध निर्माण से लेकर अब तक साल 2006 में सबसे ज्यादा 198.4156 टीएमसी पानी छोड़ा गया।
अनुबंध के अनुसार गुजरात को 40 टीएमसी से कई गुना ज्यादा पानी मिल रहा है। अगर इसे रोक लिया जाए और कैनाल बनाकर उपयोग में लिया जाए तो अकेले बांसवाड़ा जिले में नॉन कमांड की 2.40 लाख हैक्टेयर जमीन में सिंचाई हो सकती है।