ठगों का नया पैंतरा: पुलिसकर्मी की फर्जी डीपी लगा पाकिस्तान के नंबरों से कर रहे व्हाट्सएप कॉल
शहर की इंदिरा कॉलोनी निवासी रतन के पास 28 अगस्त को पाकिस्तान नंबरों से व्हाट्सएप पर कॉल आया। थानाधिकारी के नाम से कॉल करते ही ठग ने कहा कि जयपुर में पढ़ाई करने वाले आपका बेटा विकास रेप केस में फंस गया है। अच्छे घर का लड़का लग रहा है तो चाय-पानी का इंतजार करो। 40 हजार रुपए दे दो, हम छोड़ देंगे। रानी नाम से गुगल पे नंबर भी भिजवाता है। ठग ने अपने व्हाट्सएप नंबर पर थानाधिकारी ड्रेस में फर्जी डीपी भी लगा रखी थी, लेकिन रतन अविवाहित था। इसलिए ठगों का यह पैतरा काम नहीं किया।
बांसवाड़ा| आपका बच्चे का हमने अपहरण कर लिया है, अब वो हमारे कब्जे में है... छोड़ेंगे तभी जब हमारे खाते में ऑनलाइन (30, 40 व 50 हजार) रुपए ट्रांसफर करोगे। अज्ञात नंबरों के व्हाट्सएप पर आ रही ऐसी कॉल उठाते ही यह बातें सुनकर इन दिनों मां-पिता ही नहीं, बल्कि कुंवारे नौजवान चौंक रहे हैं। ठग कॉल कर बच्चों का अपहरण करने झूठी बात बताता है और उन्हें डराकर रुपए ऐंठना चाहते हैं। शहर में एक माह में ही ठगों के यहां के कुंवारे युवाओं के पास ऐसे ही कई कॉल आ चुके हैं, जिन्हें पिता समझ ठगी का शिकार बनाना चाहा, मगर ठग इसमें सफल नहीं हो पाए। साइबर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी ने अपील की है कि किसी भी अनजान और विदेश के नंबर कॉल से व्हाट्सएप कॉल आए थे नहीं उठाए। इसके साथ ही कॉल आने पर पहले अपने रिश्तेदार का पता करे और स्थानीय पुलिस से मदद ले सकते हैं। प्रताप सर्कल निवासी घनश्याम प्रियानी ने बताया कि रविवार शाम 4 बजे उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप पर पाकिस्तान के नंबर से कॉल आया कि मैं बेंगलुरु पुलिस से इंस्पेक्टर विजय बोल रहा हूं, आपका बेटा विक्रम बेंगलुरु में रहता है। पिता ने कहा-हां, तो फिर से पूछा जॉब करता है या बिजनेस। पिता ने कहा-जॉब तो ठग ने कहा कि हमने विक्रम व उसके दोस्त को बलात्कार के जुर्म में पकड़ा है, अगर मामला रफा-दफा करना चाहते हो तो रुपए दे दो। पिता ने बेटे से बात करानी चाही तो बेटे की अलग आवाज में रोते हुए बात कराई, जो विक्रम की नहीं थी। उसके बाद घनश्याम ने 5 मिनट का समय मांगा तो ठग ने बदतमीजी करके फोन रख दिया।
घनश्याम ने विक्रम से बात की तो वह बेंगलुरु में अपने पीजी में सुरक्षित था स्कूल गए बच्चे के अपहरण की झूठी बात बताकर रुपए मांगने का गुरुवार को मामला सामने आया।
यहां छोटी सरवन निवासी राधाकिशन के व्हाट्सएप पर कॉल आया। उठाते ही ठग बोला कि आपके बच्चे का हमने अपहरण कर लिया है और बच्चे की रोने की आवाज सुनाई। जिसमें बच्चा रोते हुए कहता है मम्मी मैंने कुछ नहीं किया, हमें छुड़वाओ। फिर ठग गुगल पे नंबर पर 50 हजार मांगता है। राधा किशन, दादी रमादेवी डर गई। बाद में ससुर रामराज ने पता किया तो उनका पोता स्कूल में सुरक्षित था। व्हाट्सअप पर पुलिस की डीपी