अमृत सरोवर मिशन; 14.22 करोड़ से 160 तालाबों का होगा सौंदर्यीकरण, 25 फीसदी बढ़ेगी जलभराव क्षमता
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जिले में लंबे समय से जर्जर पड़े तालाबों के अब दिन बदलने वाले हैं। सरकार की अमृत सरोवर योजना के तहत ऐसे तालाबों की मरम्मत, सौन्दर्यीकरण के अलावा स्टोरेज क्षमता भी 25 प्रतिशत बढ़ाई जाएगी। जिले को 150 तालाबों के सौन्दर्यीकरण करने का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन लेकिन इसे बढ़ाते हुए जिला परिषद ने 160 तालाबों को ठीक करने की स्वीकृति जारी कर दी है। इसमें हर पंचायत समिति में खराब पड़े तालाबों का का चयन किया गया है। जिसमें करीब 14.22 करोड़ की लागत आएगी। सभी तालाबों का यह कार्य 15 अगस्त 2023 तक पूरा किया जाना है। इसके निर्माण और रखरखाव का खर्च महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून और ग्रामीण विकास की दूसरी योजनाओं की मदद से पूरा किया जाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला के तहत ही सरकार की तरफ से गांवों में तालाबों का नवीनीकरण कार्य की योजना शुरू की गई है। अभी तक 148 तालाबों की स्वीकृति मिल चुकी है और सौन्दर्यीकरण सहित कार्य का शुभारंभ भी किया जा चुका है।
तालाब के पास पेड़-पौधों के साथ बढ़ेगा स्टोरेज : अमृत सरोवर मिशन के तहत बने ये तालाब बहुउद्देशीय होंगे। ये तालाब वर्षा जल संरक्षण और भू-जल स्तर को ठीक रखने में मददगार होंगे। साथ ही इनको पीने के पानी के साथ सिंचाई के काम में भी लिया जाएगा। साथ ही तालाबों के पानी की क्षमता में बढ़ोतरी होगी, तालाब में आने वाले पानी को शुद्ध करना, ग्रीन बेल्ट, पगडंडी और नाले के निर्माण भी होगा। इसके अलावा तालाब परिसर पर ही नीम, पीपल सहित अन्य प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे। जिले में चयन किए गए तालाब में करीब करीब 10 हजार क्यूब मीटर का स्टोरेज वाले तालाब हैं। जिनकी क्षमता 25 प्रतिशत तक बढ़ाई जाएगी।
सबसे ज्यादा घाटोल के 35 तालाब हैं शामिल
सबसे ज्यादा घाटोल क्षेत्र में 35 तालाबों का चयन किया गया है। इसके अलावा आनंदपुरी के 8, अरथूना के 14, बागीदौरा के 8, बांसवाड़ा के 12, छोटी सरवन के 12, गांगड़तलाई के 10, गढ़ी के 18, कुशलगढ़ के 24, सज्जनगढ़ के 14 और तलवाड़ा के 5 तालाबों का चयन किया गया है।