Home News Business

फर्जी डिग्री से पीटीआई बने दो गिरफ्तार:दोनों ने भर्ती परीक्षा-2018 में किया था आवेदन, छत्तीसगढ़ से लेकर आए डॉक्युमेंट्स

Banswara
फर्जी डिग्री से पीटीआई बने दो गिरफ्तार:दोनों ने भर्ती परीक्षा-2018 में किया था आवेदन, छत्तीसगढ़ से लेकर आए डॉक्युमेंट्स
@HelloBanswara - Banswara -

बांसवाड़ा जिले की गढ़ी थाना पुलिस ने बीपीएड की फर्जी डिग्री लगाकर पीटीआई बने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

आरोपी मनीष कुमार और कमलेश पाटीदार ने पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ की फर्जी डिग्री से शिक्षा विभाग में नौकरी हासिल की है। दोनों ने राज्य सरकार, कर्मचारी बोर्ड जयपुर राजस्थान और शिक्षा विभाग को धोखा देकर नौकरी हासिल कर ली।

आरोपियों को घर से किया गिरफ्तार

गढ़ी थाना सीआई रोहित कुमार सिंह ने बताया कि श्यामसिंह पुलिस उप अधीक्षक (डीएसपी) एससी/एसटी सेल बांसवाड़ा ने एक रिपोर्ट दी थी, जिसमें बताया कि पीटीआई भर्ती परीक्षा-2018 और 2022 में दो शारीरिक शिक्षक फर्जी डिग्री लेकर पीटीआई बने थे। जिसके बाद दोनों पीटीआई की जांच की गई। जांच के बाद दोनों को उनके घर से गुरुवार दोपहर बाद गिरफ्तार कर लिया।

दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए थाने लाई पुलिस।
दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए थाने लाई पुलिस।

2018 में किया था आवेदन

उन्होंने बताया- जांच के दौरान पाया कि मनीष कुमार पुत्र हरिराम वसीटा निवासी परतापुर ने पीटीआई भर्ती परीक्षा 2018 में आवेदन किया गया था। मनीष कुमार ने पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर से साल 2012 में बीपीएड की फर्जी डिग्री हासिल की थी।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से आयोजित शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक पद पर भर्ती परीक्षा-2018 में मनीष कुमार ने आवेदन किया था, उसने आवेदन के साथ पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर की फर्जी डिग्री लगाई थी। जिसके बाद परीक्षा आयोजित हुई, जिसमें मनीष कुमार पास हो गया और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नापला पंचायत समिति छोटी सरवन जिला बांसवाडा में नियुक्त हुआ। तब से मनीष कुमार विद्यालय में सेवा दे रहा था।

फर्जी डिग्री से पीटीआई बने दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में।
फर्जी डिग्री से पीटीआई बने दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में।

कमलेश पाटीदार ने 2013 डिग्री लगाई

वहीं कमलेश पाटीदार पुत्र रमणलाल पाटीदार निवासी बोदिया थाना गढ़ी ने पीटीआई भर्ती परीक्षा 2018 में आवेदन किया था। कमलेश पाटीदार ने भी पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर से साल 2013 की शारीरिक शिक्षक की फर्जी डिग्री ली। कमलेश ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से आयोजित शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक पद पर भर्ती परीक्षा 2018 में आवेदन किया। आवेदन के साथ पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर की फर्जी डिग्री लगाकर पीटीआई परीक्षा 2018 में भाग लिया। वह परीक्षा में पास हो गया और उसे राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गराडीया, पंचायत समिति सज्जनगढ़ जिला बांसवाड़ा में नियुक्ति मिली।

जांच के बाद फर्जी निकली डिग्रियां

सीआई रोहित कुमार सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों की डिग्रियों की जांच कराई गई। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ के अनुसार दोनों आरोपी मनीष कुमार व कमलेश पाटीदार की अंक सूची/उपाधि, प्रमाण पत्र की फोटो कॉपी को विश्वविद्यालय के अभिलेख से मिलान किया गया। जिसका विवरण विश्वविद्यालय अभिलेख के अनुसार सही नहीं पाया गया। सत्यापन के लिए दी गई अंक सूची /उपाधि प्रमाण पत्र को पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा जारी नहीं किया गया।

ये खबर भी पढ़ें-

पेनड्राइव ने खोला PTI भर्ती का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा:1200 को बैकडेट में बांटी डिग्री, गिरफ्तारी से पहले एसओजी ऑफिस में घूम रहा था दलाल


राजस्थान में हुई PTI भर्ती परीक्षा-2022 में पेपर लीक व फर्जी दस्तावेज मामले में एसओजी ने फिरोजाबाद (UP) के शिकोहाबाद में चल रहे जेएस यूनिवर्सिटी को घेर लिया है। एसओजी के हाथ एक पेनड्राइव लगी है। यह पेन ड्राइव यूनिवर्सिटी के अकाउंटेंट के पास से बरामद की थी।

तीन दिन पहले ही एसओजी ने जेएस यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति (चांसलर) डॉ. सुकेश कुमार, रजिस्ट्रार नंदन मिश्रा और दलाल अजय भारद्वाज को गिरफ्तार किया है। एसओजी ने चांसलर सुकेश कुमार के खिलाफ लुकआउट का नोटिस जारी कर रखा था। दलाल अजय भारद्वाज तो बेखौफ एसओजी में ही घूम रहा था, जब उसे पकड़ा गया।

शेयर करे

More news

Search
×