दावा : पूरे शहर में काम पूरा, सप्लाई भी दुरुस्त हकीकत : 1200 घरों में अब भी नहीं पहुंचा पानी

बांसवाड़ा राजस्थान अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (आरयूआईडीपी) अभी भी पूरे शहर में पानी नहीं पहुंचा सका है। शहर की कई कॉलोनियों के 1200 से अधिक घर अभी भी नियमित पानी की सप्लाई का इंतजार कर रहे हैं। जबकि आरयूआईडीपी अधिकारी पूरे शहर में पानी सप्लाई का दावा कर रहे हैं। जयपुर रोड क्षेत्र में बसी हुई कॉलोनियां हों या दाहोद रोड के मोहल्ले। इनमें कई क्षेत्रों के लोग नियमित पानी न मिलने से आहत हैं। बता दें कि आरयूआईडीपी ने शहर में पानी पाइप लाइन और सीवरेज लाइन के लिए कुल 18 जोन में बांटकर काम शुरू किया था। इनमें शुरूआती दौर में किए गए कामों में तो पानी सप्लाई कर दी गई। लेकिन जोन 18 एवं अन्य जोन का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
दो महीने पहले ट्रायल, अभी तक एक बूंद नहीं मिला पानी जयपुर रोड स्थित शक्ति नगर वासी बताते हैं कि उनके क्षेत्र में पानी की काफी समस्या है। मार्च -अप्रेल मंे एक दो दिन ट्रॉयल किया गया था। तब उम्मीद जगी थी कि पानी शुरू हो जाएगा। लेकिन अभी पानी सप्लाई नहीं हुई। कई घरों में तो स्थिति ये है कि पीने के पानी के लिए प्रतिदिन बोतलें खरीद कर लानी पड़ती हैं। तब कही पीने के पानी की जरूरत पूरी हो पाती है। कई बार कहने के बाद भी कोई नहीं सुनता है।
यहां कनेक्शन किए लेकिन पानी नहीं मिला। घंटाघर क्षेत्रवासी बताते हैं कि घंटाघर, नागरवाड़ा, सुथारवाड़ा और पैलेस रोड और आसपास के मोहल्लों में लो प्रेशर की समस्या है। घंटाघर क्षेत्र में शाम को 5 से 8 बजे तक पानी की सप्लाई होती है लेकिन पूरे समय लो प्रेशर बना रहता है। बाद में महज 10 से 15 मिनट ही प्रेशर अच्छा आता है। इस कारण टंकियों में पानी नहीं चढ़ पाता है। पहले सुबह भी पानी की सप्लाई होती थी, जो अब बंद हो चुकी है। घंटाघर क्षेत्र में आता लो प्रेशर पानी।
शहर की बड़ी आबादी वाले क्षेत्रों में शुमार खांदू कॉलोनी और बाहुबली कॉलोनी में अभी पानी सप्लाई ट्रायल स्टेज पर ही है। जबकि जोन 18 में पड़ने वाले खांदू कॉलोनी इस क्षेत्र में ट्रायल का सिलसिला फरवरी मार्च के आसपास शुरू हुआ था। इसके बाद अभी तक यहां पानी सप्लाई सुचारु नहीं है। ऐसे ही बाहुबली कॉलोनी में आरयूआईडीपी की ओर से शुरू किया गया ट्रायल पूरा नहीं हो पाया है। ^पूरे शहर में सप्लाई का काम पूरा हो चुका है। कहीं कोई गड़बड़ी है तो उसे सुधरवा दिया जाएगा। जो हमारे अधिकारी क्षेत्र में था वहां हमारी ओर से कोई काम नहीं बचा है। - हंसराम मीणा, एसई, आरयूआईडीपी, बांसवाड़ा