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महिला की मौत के 3 दिन बाद छोटी सरवन में तीन बंगाली दवाखाने सील

Banswara
महिला की मौत के 3 दिन बाद छोटी सरवन में तीन बंगाली दवाखाने सील
@HelloBanswara - Banswara -

झोलाछाप के इलाज से कोटड़ा की महिला की मौत के तीन दिन बाद चिकित्सा विभाग हरकत में आया। बुधवार को छोटी सरवन में बीसीएमओ ने अवैध रूप से संचालित पांच दवाखानों पर जांच की और दस्तावेज नहीं मिलने पर तीन बंगाली दवाखानों को सील किया। दो जगह से झोलाछाप दुकान छोड़कर भाग गए।

छोटी सरवन में चिकित्सा टीम सबसे पहले चिरायु दवाखाने पहुंची तो दवाखाना बंद मिला। विभाग की ओर से यहां पहले दस्तावेज सत्यापन के निर्देश दिए थे, लेकिन दवाखाना संचालक ने दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए। इस पर टीम ने दवाखाने को सील किया। कुछ दिनों पहले चिरायु दवाखाने के उमंग एस गांधी पर ही ग्रामीणों ने गलत दवा देने का आरोप लगाया था। इसके अलावा टीम कोटड़ा रोड पर संचालित दवाखाने पहुंची। यह दवाखाना मूल पश्चिम बंगाल निवासी हाल मुकाम छोटी सरवन नारायण विश्वास संचालित करता पाया गया। इसे सील िकया। इसके अलावा छोटी सरवन महादेव मंदिर की पीछे वाली रोड पर संचालित दवाखाने पहुंची। जहां बांसवाड़ा निवासी मोइनुद्दीन सिद्दीकी संचालन करता मिला। उसके पास भी किसी भी प्रकार के दस्तावेज नहीं मिले, इस पर क्लिनिक सील कर दिया। टीम ने घोड़ी तेजपुर क्षेत्र में भी कार्रवाई की। जहां पश्चिम बंगाल निवासी विजय किरतानिया एक मकान में अस्पताल चला रहा था, जो टीम के पहुंचने पर मौके से भाग गया।

मुख्य बाजार में मूलत: सालमगढ़ निवासी दिनेश भी बिना अनुमति और बिना वैध दस्तावेज के संचालन करता मिला, लेकिन टीम के पहुंचने पर वो भी भाग गया। ^क्षेत्र में बिना पंजीयन, बिना योग्यताधारी लोग दवाखाने चला रहे हैं। इन पर कार्रवाई की गई। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। वर्तमान में सभी के खिलाफ दानपुर पुलिस में परिवाद दर्ज करवाया है।

- डॉ. मुकेश मईड़ा, बीसीएमओ छोटी सरवन

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