राइट टू हेल्थ बिल के विरोध: सरकारी डॉक्टरों ने भी बांधी काली पट्टी

निजी हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों का इलाज किया गया लेकिन नए मरीजों की जांच नहीं की गई। डॉक्टरों का कहना है कि सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो विरोध जारी रहेगा। प्रस्तावित स्वास्थ्य का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद राजस्थान में किसी भी निजी चिकित्सक या संस्थान की ओर से काम करना लगभग असंभव हो जाएगा।
