बांसवाड़ा में 15 मिनट रहा ब्लैक आउट:शाम 7:45 से रात 8 बजे तक बंद रही लाइटें; प्रशासन ने की थी सहयोग की अपील

बांसवाड़ा शहर में बुधवार को 7.45 से रात 8 बजे तक ब्लैक आउट रहा। लाइटें बंद करने के बाद चारों तरफ अंधेरा छा गया। इससे पहले शाम 4 बजे मॉक ड्रिल शहर के डूंगरपुर रोड स्थित गोविंद गुरु राजकीय कॉलेज में हुई। इसकी थीम बम ब्लास्ट को लेकर थी। जिसमें सभी विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ब्लास्ट में घायल लोगों को एंबुलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाया गया।
शाम 4 बजे कॉलेज परिसर में सायरन बजाया गया, साथ ही कंट्रोल रूम से संबंधित विभागों को सूचना दी गई। सायरन बजते ही मौके पर तुरंत पहुंचने वाले विभागों में पुलिस प्रशासन, चिकित्सा विभाग, फायर ब्रिगेड और सिविल डिफेंस की टीम ने तत्परता दिखाई और राहत कार्य में जुट गए।
कलेक्टर डॉ इंद्रजीत यादव ने बताया कि मॉकड्रिल का मकसद यह है कि किसी भी आपातकाल स्थिति में कैसे निबटा जाए। किस डिपार्टमेंट का रिस्पॉन्स टाइम कितना है। आज जो स्थिति देखने को मिली उसमें सभी विभाग पहुंच चुके थे। फिर भी हम एक बार विश्लेषण करेंगे। कोशिश करेंगे किस चीज में सुधार की जरूरत है।
मॉकड्रिल में 3 फायर ब्रिगेड की गाड़िया और एम्बुलेंस भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रही। साथ ही शहर में स्थित जिला अस्पताल और अन्य डिस्पेंसरी में भी चिकित्सा विभाग का स्टाफ मुस्तैदी से तैनात रहा और घायलों का समय पर उपचार कराया गया।
इधर शाम होते ही प्रशासन ब्लैक आउट की तैयारी में जुट गया। जहां शहर में ठीक शाम को 7.45 मिनट पर प्रशासन ने ब्लैक आउट का ऐलान किया। रेडलाइट सहित सभी सरकारी आवासों में और कार्यालयों में अंधेरा पसरा रहा। साथ ही लोगों ने भी जागरूक रहकर ब्लैक आउट में सहयोग किया। घरों में सभी लाइट्स बंद रखी। बांसवाड़ा में ब्लेक आउट सिर्फ शहर में ही था लेकिन खास बात यह रही कि जिले के कई गांवों और कस्बों में भी लोगों ने इसकी पालना की। लाइट के साथ साथ लोगों ने घरों में फ्रिज तक बंद कर दिए।

