स्कूल में कचरे के लगे ढेर, बच्चों को संक्रमण का डर
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राजकीय प्राथमिक स्कूल नौगामा का पूरा भवन जर्जर हो चुका है। 8 में से 4 कमरे तो ऐसे हैं, िजन्हे दो साल से नहीं खोला है। मैदान में बारिश का पानी भर जाता है, कचरे के ढेर लगे रहने के कारण बच्चों को संक्रमण होने की आशंका बनी रहती है। स्कूल परिसर में गंदा पानी व कचरे के ढेर लगे हुए हैं। पंचायत इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। पहले इस स्कूल की ब्लॉक का श्रेष्ठ स्कूल में गिनती होती थी। साफ सुथरा परिसर था। परंतु इस स्कूल को उमावि मर्ज कर दिया। 10 साल पहले बना स्कूल भवन बारिश के कारण जर्जर हो चुका है। कुछ कक्षा कक्ष की पट्टियां भी टूट चुकी हैं।
वर्तमान में कक्षा एक से पांचवी तक 100 से कम नामांकन है। स्कूल के आसपास रहने वाले लोग कूड़ा कचरा इसी परिसर में फेंकते हैं। जिससे हर समय दुर्गध उठती रहती है। जिसमें जहरीले जानवर भी पनप रहे हैं। यही हाल स्कूल में बने शौचालयों का हैं। पेशाब घर टूटा पड़ा हुआ है। शौचालय के दरवाजे भी असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिए हैं। बच्चों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। शिक्षा के इस मंदिर में साफ-सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। जिसके चलते इसका खामियाजा स्कूल में आने वाले बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। इससे स्कूल में पढ़ने वाले अभिभावकों में रोष व्याप्त है।