बांसवाड़ा में वनरक्षक भर्ती का पेपर था लीक:परीक्षा से दो घंटे पहले एजेंटों ने मोबाइल पर हल करवाया पेपर, हर केंडिडेट की रकम रखी 8 लाख रुपए, 15 आरोपी नामजद
बांसवाड़ा जिले में भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का बड़ा खुलासा पुलिस ने कर लिया है। अब यह पूरा मामला एसओजी को सुपुर्द करने की तैयारी कर ली गई है। पेपर लीक प्रकरण में पुलिस ने रविवार देर रात को 15 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। यह एफआईआर एडिशनल एसपी लीव रिजर्व पुलिस लाइन धनफुल मीणा ने दर्ज कराई है। FIR के मुताबिक बांसवाड़ा जिले में वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 का पेपर लीक हुआ था जिसकी परीक्षा 13 नवंबर 2022 को दो पारियों में हुई थी।
एसपी हर्षवर्धन अगरवाला ने बताया कि प्रवीण मालवीया डमी कैंडिडेट प्रकरण में गिरफ्तार किया था तब उसने पेपर लीक की जानकारी दी थी। पूछताछ के आधार पर अभी प्रकरण दर्ज किया है। जांच एएसपी राजेश भारद्वाज कर रहे हैं। अभी अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। 15 के खिलाफ नामजद रिपोर्ट है।
पेपर लीक तक ऐसे पहुंची पुलिस
जिले में पुलिस पिछले करीब 10 दिनों से परीक्षा में डमी केंडिडेट बिठाकर नौकरी पाने के प्रकरण में जांच में जुटी है। इसमें संदिग्धों से पूछताछ कर गिरफ्तार किया जा रहा है। इसी प्रकरण में पुलिस ने 28 जून को प्रतापगढ़ जिले के तिलक नगर के रहने वालीे प्रवीण 35 पुत्र हीरालाल मालवीया को गिरफ्तार किया था। प्रवीण वर्तमान में बांसवाड़ा शहर के शास्त्री नगर में रहता है। उसने पूछताछ में बताया था कि वन रक्षक भर्ती परीक्षा 2020 का पैपर लीक हुआ था।
ग्राम विकास अधिकारी के माध्यम से मिला था पेपर
प्रवीण ने बताया कि परीक्षा 13 नवंबर 2022 को दो पारियों में होनी थी। उससे ठीक एक दिन पहले ग्राम विकास अधिकारी सकन सिंह खडिया ने वॉट्स एप कॉल कर बताया था कि जो वन रक्षक भर्ती परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थी हैं उसने बात कर 8 लाख रुपए प्रति केंडिडेट व्यवस्था कर सकते हो तो उन सभी को आपके पास बुला लो। क्योंकि इसको लेकर मेरे परिचित हैं वो पेपर लेकर आएंगे। जिनके माध्यम से पेपर लीक हुआ उनका नाम है। गुडामलानी बाडमेर निवासी हरीश उर्फ हीराराम पुत्र रतनाराम सारण्, डूंगरपुर के चिखली निवासी अभिमन्यू सिंह पुत्र हिम्मतसिंह चौहान।
इसके बाद प्रवीण ने अपने मोबाइल से अपने परिचितों और रिश्तेदारों को इसकी सूचना देना शुरू कर दिया। इसके बाद सभी लोगों को प्रवीण ने अपने बांसवाड़ा स्थित निवास स्थान पर बुला लिया। अगले दिन सुबह 7 बजे वीडीओ सकन खडिया ने कॉल किया कि जिन अभ्यर्थियों के पहली पारी में पेपर हैं उन्हें उदयपुर रोड स्थित होटल ब्लू मून में लेकर आ जाओ। प्रवीण कॉल आते ही उसकी पत्नी सविता जो कि उच्च माध्यमिक विद्यालय सेनावासा में कार्यरत हैं उसे और बगायचा निवासी निरमा पत्नी सुखराम डामोर को लेकर होटल पहुंचे जहां उसने निरमा को छोड दिया। कुछ देर बाद वहां भीलकुंआ निवासी छगन पुत्र पूनमचंद पारगी और हीराराम सारण अपनी कार लेकर आए वहां से निरमा को लेकर अहिंसापुरी कॉलोनी में एक मकान पर गए। प्रवीण ने बताया कि वहां और कितने लोग थे ये तो वहीं लोग बता सकते है। उस घर में एजेंटों ने पहली पारी का पेपर लीक किया।
अब दूसरी पारी के पेपर लीक की तैयारी
प्रवीण ने बताया कि अब सुबह की करीब 9 बजे होंगे कि सकन खडिया का दोबारा कॉल आया। उसने बताया कि पहली पारी का पेपर हल करवा दिया गया है। अब हीराराम और अभिमन्यूसिंह गोविंद गुरु कॉलेज के पास स्थित पेट्रोल पंप पर अपनी कार लेकर खड़े होंगे। अब दूसरी पारी के पेपर लीक के लिए सकन ने कहा कि बाकि अभ्यर्थी और हम सब आपके घर आएंगे। प्रवीण ने बताया कि वो घर से सीधा पेट्रोल पंप पहुंचा और हीराराम और अभिमन्यू को लेकर घर पर वापस लौटा। घर पर सकन खडिया अभ्यर्थियों को लेकर पहुंचा। इसके बाद एजेंट और केंडिडेट ऊपर के कमरे में चले गए। कमरे में हीराराम ने अपने मोबाइल से पेपर देख देखकर केंडिडेट्स को हल करवाया। प्रवीण ने पूछताछ में बताया कि यह पेपर कहा से आया यह तो हीराराम, अभिमन्यू और सकन खडिया ही बता सकते हैं। मुझे सिर्फ इतना पता है कि दोनों पारियों का पेपर हल कराया गया था।
हर व्यक्ति से 8 लाख रुपए में सौदा तय हुआ
प्रवीण ने बताया कि पेपर लीक करने के बाद उसके ही घर पर हीराराम, अभिमन्यू और सकन खडिया की मौजूदगी में हर केंडिडेट्स से 8-8 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। इसके बाद सभी ने मिलकर खाना खाया और बाद में सकन खडिया ने हीराराम को खर्च के लिए 25 हजार रुपए दिए। दिनभर साथ रहने के बाद सकन खडिया तो अपने घर चला गया, लेकिन हीराराम और अभिमन्यू प्रवीण के घर ही रात को रुक गए। अगले दिन सुबह 6 बजे अभिमन्यू ने कहा कि हम मेरे घर डूंगरपुर जा रहे हैं। ऐसा कहकर दोनों निकल गए। कुछ देर बाद सकन खडिया का कॉल आया कि तुम्हारे केंडिडेट्स ने रुपए कलेक्ट कर लो मुझे हीराराम और अभिमन्यू को देने हैं।
प्रवीण के तीनों केंडिडेट्स का चयन हुआ
प्रवीण ने आगे की पूछताछ में बताया कि पेपर हीराराम के मोबाइल में था, हीराराम और अभिमन्यू ने पेपर पढ़ाकर हल कराया था। साथ ही बताया कि यही पेपर आएगा परीक्षा में इसलिए अच्छी तरह से रटकर जाओ। प्रवीण ने बताया कि उसके तीनों केंडिडेट्स सुभाष डिंडोर, सुखराम डामोर और उसकी पत्नी निरमा डामोर का का परीक्षा में चयन हुआ और नियुक्ति भी मिल चुकी है।
पुलिस ने इन्हें किया नामजद, अब जांच गिरफ्तारी की तैयारी
इस पूरे प्रकरण में आरोपी प्रवीण मालवीया निवासी शास्त्री नगर, सकन खडिया, हीराराम निवासी बाड़मेर, अभिमन्यू सिंह निवासी चिखली डूंगरपुर, इश्वर पणदा निवासी मगरदा कुशलगढ़, शीला पत्नी इश्वर पणदा निवासी मगरदा, शिल्पा पुत्री कन्हैयालाल कटारा निवासी नवागांव, विनेश गरासिया निवासी नवागांव, बगायचा निवासी सुखराम, मोर गांव निवासी विनेश गरासिया, कोठारिया गांव निवासी सुभाष डिंडोर, इटाला गांव निवासी राजेंद्र डोडियार, बगायचा गांव निवासी निरमा पत्नी सुखराम, बांसवाड़ा शहर निवासी सविता पत्नी प्रवीण और भीलकुंआ निवासी छगन के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। इसमें सकन और प्रवीण की गिरफ्तारी डमी प्रकरण में पहले ही हो चुकी है।