स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू, इस बार नगर निकायों के बीच होगी स्वच्छ टेक्नोलॉजी प्रतियोगिता, इसी के आधार पर मिलेंगे नंबर

द्र सरकार की ओर से चलाए जा रहे स्वच्छता सर्वेक्षण का आगाज स्थानीय निकायों में हो गया है। पहली बार सर्वेक्षण में नगर निकायों के बीच स्वच्छ टेक्नोलॉजी चैलेंज प्रतियोगिता भी होगी। प्रतियोगिता की क्रियान्विति के आधार पर नगर निकायों को स्वच्छ सर्वेक्षण में अलग से अंक भी दिए जाएंगे। इस चैलेंज के लिए नगर निकायों को कमेटी गठन से लेकर स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने समेत विभिन्न कार्य संपन्न करवाने से उन्हें अलग-अलग अंक भी मिलेंगे। बांसवाड़ा नगर परिषद ने भी स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियां शुरु कर दी है। इस बार स्वच्छता का सर्वेक्षण 6000 की बजाय 7500 अंक का होगा। सर्वेक्षण के पहले इसमें 185 अंकों की स्वच्छ टेक्नोलॉजी चैलेंज प्रतियोगिता भी होगी, जिसमें अलग-अलग अंक नगर निकायों को मिलेंगे एवं इस बार सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण में बड़ा बदलाव भी किया है, जिसमें जिला रैंकिंग भी करवाई जाएगी।
निकाय स्तर पर कार्यों में मिलेंगे अलग-अलग अंक
स्वच्छ टेक्नोलॉजी चैलेंज प्रतियोगिता में निकाय स्तर पर कमेटी गठन के 10 अंक, चैलेंज में आवेदन प्राप्त करने के लिए सोशल मीडिया 10 अंक, शिक्षण संस्थान में कार्यशाला के 10 अंक, व्यापार संघ की बैठक के 10 अंक, विभिन्न संगठनों की कार्यशाला के 10 अंक एवं इनकी ओर से प्रचार प्रसार करने के 40 अंक, आवेदन प्राप्त करने के लिए हैल्प डेस्क लगाने पर 30 अंक व उत्कृष्ट आवेदन को सम्मानित करने पर 25 अंक मिलेंगे।
प्रथम आने वाले जिले को 5 लाख का इनाम
स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले तीन स्थानों पर आने वाले शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। वहीं प्रथम स्थान पर रहने वाले जिले को 5 लाख, दूसरे को 2.50 लाख रुपए, तीसरे को डेढ़ लाख रुपए, चौथे को 1 लाख रुपए व पांचवें स्थान पर रहने वाले को 75 हजार रुपए का नकद इनाम भी दिया जाएगा।
