Home News Business

सूर्य के राशि बदलने से 14 को मीन मलमास होगा समाप्त, वैवाहिक व मांगलिक आयोजन होंगे शुरू

Banswara
सूर्य के राशि बदलने से 14 को मीन मलमास होगा समाप्त, वैवाहिक व मांगलिक आयोजन होंगे शुरू
@HelloBanswara - Banswara -

बांसवाड़ा पांच दिन बाद शहर में विवाह की शहनाई सुनाई देने लग जाएगी, क्योंकि सोमवार से फिर वैवाहिक आयोजन शुरू हो जाएंगे। नव संवत्सर के बाद शुरू होने वाले विवाह आयोजनों के पहले फेज में 22 सावे तो मुहूर्त के हिसाब से और 5 अबूझ सावे होंगे, जिसमें शादी-ब्याह हो सकेंगे। इस बार दोष रहित 10 रेखा 2 सावे रहेंगे। इसके अलावा 9 रेखा के 2 सावे, 8 रेखीय 6 सावे और 7 रेखा के 8 सावों पर वैवाहिक आयोजन हो सकेंगे।

मांगलिक कार्यों का यह फेज 6 जुलाई तक चलेगा, इसके बाद देवता शयन में चले जाएंगे। ज्योतिषाचार्य भवानी खंडेलवाल ने बताया कि पांच दिन बाद 14 अप्रैल सोमवार को तड़के 3:21 पर ग्रहों के राजा सूर्य देव राशि परिवर्तन कर रहे हैं। वे मीन राशि को छोड़कर अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश कर रहे हैं, जिसके साथ ही मीन मलमास समाप्त हो जाएगा। इसी के साथ नव संवत्सर के बाद वैवाहिक व मांगलिक आयोजनों का पहला चरण शुरू होगा, जो 6 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, गृहारंभ, यज्ञोपवीत, नवीन कार्य प्रारंभ जैसे मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी।

पहला सावा 14 अप्रैल का सात रेखीय रहेगा। ज्योतिषाचार्य भवानी खंडेलवाल ने बताया कि 14 जून को गुरु अस्त अर्थात् तारा लग जाएगा, जिससे एक बार फिर मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। गुरु अस्त 7 जुलाई तक रहेंगे। हालांकि इस बीच 5 स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त रहेंगे, जिसमें मांगलिक कार्य हो सकेंगे। पहला अबूझ मुहूर्त 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया यानी आखातीज का रहेगा। इसके बाद 5 मई को जानकी नवमी, 12 मई को वैशाखी पूर्णिमा यानी पीपल पूर्णिमा, 5 जून को गंगा दशमी और 4 जुलाई को भड़ल्या नवमी का रहेगा। इसके दो दिन बाद यानी 6 जुलाई को देव शयनी एकादशी अबूझ मूहूर्त होगा, जिसके साथ ही देवता शयन पर चले जाएंगे और विवाह आदि मांगलिक कार्यों पर पुनः विराम लग जाएगा। इसके बाद मांगलिक आयोजनों का दूसरा चरण 1 नवंबर को देव प्रबोधिनी यानी देवउठनी एकादशी से ही शुरू होगा।

FunFestival2024
शेयर करे

More news

Search
×