गर्भवती आशा के शव का 40 घंटे बाद पोस्टमार्टम, पति समेत 3 जने नामजद
बांसवाड़ा कुशलगढ़ के संदलई गांव की 20 वर्षीय आशा की रविवार रात को मौत हो गई थी, पति समेत ससुराल वाले उसके शव को कुशलगढ़ अस्पताल में छोड़कर भाग गए थे। सोमवार को पीहर पक्ष ने हत्या की आशंका जताते हुए काफी हंगामा किया था। इसके बाद मंगलवार को मृतका के ससुर के गुजरात से लौटने के बाद शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर ससुराल वाले ले गए। आशा गर्भवती थी। मेडिकल बोर्ड ने आशा और उसके गर्भ में पल रही बच्ची का भी विसरा लेकर जांच के लिए लेबोरेट्री भेज दिया है। मौत की वजह अभी भी साफ नहीं है। पुलिस ने पीहर पक्ष की रिपोर्ट पर आशा के पति नरेश समेत 3 के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाधिकारी गोविंदसिंह राजपुरोहित ने बताया कि एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद आशा की मौत की वजह के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। गौरतलब है कि आशा सज्जनगढ़ के बिलड़ी पंचायत के धाड़का गांव की रहने वाली थी। दोनों परिवारों में कुछ समय से अनबन थी। सामाजिक समझौता नहीं होने से आना-जाना बंद था। रविवार रात आशा को सांप काटना बताकर पति नरेश और ससुराल के लोग रात करीब 10 बजे कुशलगढ़ सीएचसी लेकर आए। अस्पताल आने से पहले ही आशा की मौत हो चुकी थी। जहां आशा के शव को अस्पताल में ही छोड़कर पति और ससुराल के लोग चले गए। बाद में आशा के पड़ोसी से उसके पीहर में उसकी मौत की खबर मिली। इस पर परिजन रात को अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने आशा की गर्दन टूटी और शरीर पर चोट के निशान होना बताकर हत्या का अंदेशा जताया था। अस्पताल में हंगामे की इत्तला पर पहुंची पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया था। आशा की मां सुका ने दामाद नरेश मईड़ा, ताजू पुत्र जोखा, रणजीत पुत्र शामजी के खिलाफ हत्या का संदेह जताते हुए रिपोर्ट दी थी।