आशा और मेडिकल स्टाफ को देंगे प्रशिक्षण, कलेक्टर ने छोटी सरवन ब्लॉक को मॉडल बनाने के निर्देश दिए
बांसवाड़ा एनीमिया मुक्त बांसवाड़ा अभियान के तहत छोटी ब्लॉक को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। शुक्रवार को कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने सीएमएचओ कार्यालय का निरीक्षण कर इसके अधीन चलने वाले अस्पतालों और कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट पर समीक्षा की। इस दौरान एनिमिया मुक्त बांसवाड़ा के लिए छोटी सरवन ब्लॉक को मॉडल के रूप में बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि छोटी सरवन में कुपोषण दूर करने के लिए विशेष रूपरेखा बनाई जाए। सप्ताह भर का समय दिया है। वहां पर आशाओं और मेडिकल स्टाफ के लिए प्रशिक्षण, व्यवहार में बदलाव, प्रोफाइल ट्रीटमेंट और रेगुलर ट्रीटमेंट के लिए विशेष योजना तैयार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान के तहत जिले में चल रहे कार्यो के बारे में जानकारी ली। एसीएमएचओ डॉ. भरतराम मीणा ने शक्ति दिवस सहित एनिमिया मुक्त के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग के साथ मिलकर चलाए जा रहे संयुक्त कार्यक्रम की जानकारी दी। डॉ. मीणा ने बताया कि लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीमें स्क्रीनिंग का कार्य कर रही है। इस आधार पर कुपोषित का संदेह होने पर उसकी जांच और नियमित खानपान और ट्रिटमेंट पर भी फॉलोअप लिया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना की भी जानकरी दी। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. राहुल डिंडोर ने जिले में चल रहे मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर की जानकारी दी। उन्होंने सिकल सेल एनिमिया के कार्ड वितरण की प्रगति रिपोर्ट पर भी चर्चा की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2025 तक मधुमेह और उच्च रक्तचाप के 29 लाख मरीजों को चिन्हित कर नियमित देखभाल का लक्ष्य निर्धरित किया है। जिसके तहत बांसवाड़ा में भी स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है। राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन, मानसिक स्वास्थ्य, शुद्ध आहार, मिलावट पर वार, निशुल्क निरोगी राजस्थान दवा योजना, रामाश्रय, मां वाउचर योजना, टीकाकरण कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की जानकारी दी। बांसवाड़ा. सीएमएचओ कार्यालय में बैठक लेते कलेक्टर।