उदपुरा गोशाला में जांच करने गई टीम को 56 की बजाय 6 बैल ही मिले, अध्यक्ष और सचिव ने बेचे

घाटोल क्षेत्र के उदपुरा स्थित दयोदय श्री कल्याण गौ सेवा धाम गोशाला की ओर से 50 बैल बेचने की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। गोशाला में जांच करने पहुंचे पशुपालन विभाग के डॉ. रघुनाथ को 56 की बजाय सिर्फ 6 बैल ही मिले, जबकि जिला प्रशासन और पुलिस ने गोशाला में 59 बैल सुरक्षित रखवाए थे। इनमें से 3 बैल की पहले मौत हो चुकी है।
हालांकि ज्वॉइंट डायरेक्टर डॉ. विजयसिंह ने अभी रिपोर्ट नहीं मिलने की बात कही है, लेकिन भास्कर को मिली जानकारी के अनुसार जांच में गोशाला अध्यक्ष और सचिव की सहमति से बैलों को किसानों को बेचने की पुष्टि हुई है। दैनिक भास्कर के खुलासे के बाद कलेक्टर ने पशुपालन विभाग के ज्वॉइंट डायरेक्टर डॉ. विजयसिंह भाटी को जांच के आदेश दिए हैं। इस पर ज्वॉइंट डायरेक्टर ने सभी गोशालाओं में रखवाए बैलों की स्थिति की जांच के आदेश दिए हैं।
जांच कमेटी सभी गोशालाओं में कई बिंदुओं के आधार पर जांच करके यह जानने की कोशिश कर रही है कि किस-किस गोशाला ने बैल बेचने का काम किया है। किस-किस गोशाला के पास अभी भी बैल रखे हुए हैं। गोशाला संचालकों की ओर से गांव वालों को से हर जोड़ी बैल के 11, 20, 21 और 22 हजार रुपए दान के रूप में वसूले गए हैं। भास्कर के पास 11 किसानों को बैल बेचने के सबूत हैं। इनमें अलग-अलग किसानों के नाम की गोशाला को पैसा देने की पर्चियां हैं।
किसानों से 100 रुपए के खाली स्टांप पर साइन भी करवाए गए हैं। उदपुरा के किसानों से 11 हजार रुपए हर जोड़ी के लिए, जबकि शंकरपुरा, कुवानिया, लांबाघाटा, मोरड़ी, मुंगाणा, टाटिया सहित अन्य गांवों के किसानों से 20 से 22 हजार रुपए लिए हैं। उदपुरा में 10 बैल और अन्य गांवों में 40 बैल बेचे। सभी बैलों को बेचने के एवज में गोशाला संचालकों को करीब 10 लाख रुपए मिले।