शहर में निकली रामरेवाड़ियां, पहलवानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब

बारिश के बीच हाथों में मुगदर, तलवार, बनेठी और दंड घुमाते हुए आग के साथ तरह-तरह के करतब दिखाते पहलवानों का जोश देखते ही बन रहा था। ढोल और तासों की गूंज के साथ "एक ही नारा एक ही नाम, जय श्री राम-जय श्री राम के नारों से मानो इंद्रदेव भी उन पर मेहरबान दिखाई दिए। मौका था जल झूलनी एकादशी पर बुधवार को शहर के मंदिरों से निकलने वाली रामरेवाड़ियों की शोभायात्रा का।
दोपहर करीब 3 बजे मंदिरों के पुजारी व भक्त देव प्रतिमाओं को रामरेवाड़ी के रूप में गाजे-बाजे के साथ लेकर पीपली चौक पहुंचे। यहां से नागरवाड़ा, भैरव चौक, तेलियों की बाड़ी, पृथ्वीगंज होते हुए देर शाम राजतालाब पहुंची। इनके आगे शहर के प्रमुख अखाड़ों के पहलवान हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए चले।
अखाड़े में अभ्यास करने वाले बच्चों से बुजुर्ग तक सभी ने अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन किया। पहलवानों ने कहीं बनेठी घुमाई तो कहीं अपने हाथ और िसर पर नारियल, छाती पर वर्फ की सिल्लियां तोड़ी। इनके पीछे भजन कीर्तन करते हुए भजन मंडली चल रही थी। रामरेवाड़ियों पर जगह-जगह शहर की महिलाओं ने नैवेद्य चढ़ाए। राजतालाब पहुंचकर पुजारियों व भक्तों ने देव प्रतिमाओं को नवजल स्नान कराया। इसके बाद सभी रामरेवाड़ियां वापस अपने-अपने मंदिर पहुंची।
पीपली चौक पर करतब दिखाते समय युवकों में हल्की कहासुनी हो गई। तू-तू, मैं-मैं से बात हाथापाई तक पहुंच गई। आपसी झड़प के बीच मिट्टी के तेल की बोतल में आग लग गई। इससे हल्की अफरा तफरी मच गई, लेकिन मामले को हाथों हाथ शांत करवा दिया गया। शोभायात्रा में सबसे पहले वनेश्वर महादेव बजरंग व्यायामशाला अखाड़े के पहलवान संरक्षक सज्जन सिंह झाला के नेतृत्व में पीपली चौक पहुंचे। व्यायामशाला के युवाओं ने यहां करीब 45 मिनट तक करतब दिखाए। इसमें लड़के और लड़कियों ने मलखंब पर जोरदार प्रदर्शन किया। तलवार और मुगदर घुमाए। सर्प के साथ करतब दिखाए। खोड़ियार माता आैर पवनपुत्र व्यायामशाला के पहलवानों ने भी करतब दिखाए। युवकों ने दंड चलाकर एक-दूसरे के ऊपर प्रहार और बचाव के गुर दिखलाए। पंचमुखी व्यायामशाला के पहलवान ने दोनों हाथों में तलवार लेकर हल को दांतों में दबाकर उठाने का हैरतअंगेज करतब दिखाया। इसके बाद पांडव व्यायामशाला के पहलवान पहुंचे। इसमें युवाओं ने एक के ऊपर एक चढ़कर मुगदर घुमाए। इसके बाद एक युवक के ऊपर से मारुति वैन निकालने का हैरत अंगेज करतब दिखाया।
आखिरी में मारुति अखाड़े के पहलवान डॉ. विजय जोशी के नेतृत्व में पहुंचे। इसमें बच्चों ने आग के गोलों में होकर छलांग लगाई। पहलवानों ने तलवार और मुगदर घुमाए। सभी अखाड़ों के युवाओं ने आग के कई नायाब करतब दिखाए। हाथों से ट्यूबलाइट्स और बच्चों ने सिर से टाइल्स तोड़े। इस दौरान करीब 800 से 1000 की संख्या में पहलवान शामिल थे।
इस अवसर पर मां आशापुरा कल्याण गोगागढ़ धाम के महंत अजीत सिंह चौहान का पीपली चौक पर स्वागत किया। उन्होंने दोनों हाथों से तलवार चलाकर सभी को अचंभित कर दिया। उनके अलावा पूर्व सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी और नटवर तेली सहित कई अन्य लोगों ने भी तलवार और दंड घुमाए। यात्रा में पुलिस प्रशासन के सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी संख्या में जवान तैनात थे । जुलूस में आग का गोला से निकलते युवक।