सूरत, दमन में मजदूरी कर रहा था, घर लौटा, गिरफ्तार:जेल से भागने वाला दूसरा कैदी भी पकड़ा गया, ट्रक से रतलाम के रास्ते गुजरात भागा था आरोपी
आरोपी कमलेश को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर पुन: जेल भेजा जाएगा। मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड प्रवीण निनामा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है 9 जून रात को जिला जेल की आमद बैरक में कैद चार बंदियों में से तीन बंदी कमलेश भाबोर, परमेश डामाेर व प्रवीण निनामा ने थाली को हथियार बना बैरक कि खिड़की के नीचे एक सुरंग बनाई व एक अन्य दीवार को फांदते हुए मैन वॉल तक पहुंचे। यहां तीनों आरोपियों ने एक के ऊपर एक चढ़कर कंबल की सहायता से मैन वॉल पर लगी बिजली की तारों को फांद कर फरार हो गए थे। चौथा बंदी डर के कारण नहीं भागा था। जेल से भागने के बाद कमलेश व परमेश रतलाम की तरफ निकल गए थे।
तीन महीने तक मजदूरी कर गुजारा किया
जेलर ने बताया कि कैदी कमलेश ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि जेल से फरार होने के बाद वह जंगल के रास्ते रतलाम रोड पर पहुंचा। जहां वह एक ट्रक पर सवार हो रतलाम के रास्ते गुजरात भाग निकला। कैदी ने फरारी के तीन महीनों के दौरान सूरत, दमन व अन्य जगहों पर मजदूरी कर गुजारा किया। तीन महीने बाद कैदी ने घर के आसपास मूवमेंट करनी शुरू की थी। इस दौरान चोरी छिपे अनंत चतुर्दशी पर कैदी पहली बार घर आया था। लेकिन पुख्ता सूचना के अभाव में कैदी फरार हो गया।