विभाग काे फर्जी डिग्री वाले शिक्षक की बीएसटीसी की डिग्री का इंतजार
फर्जी डिग्री का सहारा लेकर खरवाली प्राथमिक विद्यालय का शिक्षक लक्ष्मीनारायण 30 साल पहले शिक्षा विभाग में नियुक्ति ताे पाली, लेकिन अब इसके सेवानिवृत्ति तक पहुंचने का सफर आसान नहीं दिख रहा। क्योंकि भास्कर में लक्ष्मीनारायण के 10वीं और 12वीं की मार्कशीट में फर्जीवाड़े का खुलासा प्रकाशित हाेने के बाद शिक्षा विभाग में कर्मचारियों सहित अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं। इस फर्जीवाड़े में लक्ष्मीनारायण की विभाग से बर्खास्तगी काे करीब करीब तय हाे चुकी है, लेकिन विभाग काे अब भी उसकी बीएसटीसी की डिग्री का इंतजार है। डीईओ प्रारंभिक शैलेंद्र भट्ट ने बताया कि 10वीं और 12वीं की फर्जी का खुलासा ताे बोर्ड से प्राप्त मार्कशीट के आधार पर हाे गया है, लेकिन शिकायत कर्ता ने एक आराेप यह भी लगाया है कि उसकी बीएसटीसी की डिग्री पूरी तरह से फर्जी है। इसके लिए विभाग द्वारा बीकानेर से लक्ष्मीनारायण की बीएसटीसी की डिग्री मंगवाई है। इसके बाद आगे की कार्रवाई तेज कर दी जाएगी। इधर, इस मामले में डीईओ भट्ट ने नियुक्ति अधिकारी जिला परिषद सीईओ भवानीसिंह पालावत से भी मुलाकात की और पूरे मामले की जानकारी देकर आगे के लिए मार्गदर्शन मांगा है।
ब्लाॅक से वसूली और ऑडिट पैरा की भी जानकारी मांगी
तलवाड़ा ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी काे भी पत्र जारी कर लक्ष्मीनारायण से संबंधित किसी प्रकार की वसूली, बकाया और ऑडिट पैरा से जुड़ी जानकारी मांगी है। शिक्षक सत्र 2006-07 में विभिन्न मदाें में सर्व शिक्षा अभियान द्वारा राशि जारी की गई, उसमें 19 विद्यालयों में विकास एवं प्रबंध समिति के अध्यक्ष के पद पर रह चुका है। जिसमें राप्रावि खरवाली, निचली खरवाली, डूंगरा, साधवा, टगुपिपली, हाटवा वाटा, गामदा, खाेरापाड़ा, सुरजी पाड़ा, भक्तों का पाड़ा, छतरीपाड़ा, खाेरापाड़ा कुंडला, भूरी घाटी, पाड़ला गणेशीलाल, भीमगढ़, चाचाकाेटा, चरपाेटा पाड़ा, काकनसेजा और मालपाड़ा में कार्यरत रहा। विभाग ने लक्ष्मीनारायण के कार्यकाल में 19 एसएमसी में काेई राशि वसूली योग्य होने की भी जानकारी मांगी है।