VDO ने मूल्यांकन कराए बगैर 95 लाख का व्यय बताया:मौके पर 3 निर्माण तो मिले ही नहीं, BDO ने निलंबित किया
जिले के हमीरपुरा बड़ा गांव में विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के मामले में बागीदौरा के विकास अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। उसके खिलाफ चार्जशीट तैयार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए सीईओ को भेजी गई है।
मामले में बीडीओ नरेंद्र प्रसाद मीणा ने ग्राम विकास अधिकारी हमीरपुरा बड़ा हाल पंचायत नागावाड़ा नरेश गर्ग को तुरंत प्रभाव से निलंबित मुख्यालय पंचायत समिति बागीदौरा कर दिया। साथ ही सीईओ, जिला परिषद की ओर से गत 13 अगस्त को भेजे दिशा-निर्देशों की पालना में आरोप पत्र और विभागीय जांच प्रस्तावित की है। हालांकि इस मामले में सरपंच-सचिव को उत्तरदायी बताते हुए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए, लेकिन कार्रवाई अभी अधूरी है।
बीडीओ मीणा की ओर से प्रस्तावित आरोप पत्र हमीपुरा बड़ा में वीडीओ रहते नरेश गर्ग ने 7 फरवरी, 2020 से 31 मार्च, 2024 तक सामुदायिक भवन, पंचायत की चारदीवारी और सड़क निर्माण के तीन कार्यों पर 11 लाख 28 हजार रुपए व्यय बताया गया। जबकि तीनों निर्माण जांच में मौके पर पाए ही नहीं गए। इसके अलावा 39 कार्यों पर सक्षम तकनीकी अधिकारी से मूल्यांकन कराए बगैर 95.84 लाख का व्यय किया गया। 2020-21 से 2023-24 तक कराए 32 निर्माण कार्यों पर नियोजित श्रमिकों का भुगतान भी नहीं हुआ। ये कृत्य ग्रामीण कार्य निर्देशिका-2010 में प्रदत्त निर्देशों एवं पंचायतीराज अधिनियम, 1994 एवं राजस्थान पंचायतीराज नियम, 1996 के नियमों का उल्लघंन कर राजकीय धन का दुरूपयोग करने की श्रेणी में है। इसके दीगर, मार्च, 2024 तक कार्यरत रहने के दौरान शिकायत की जांच के लिए पहुंची जिलास्तरीय कमेटी को रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराना करवाया गया।
कंटेंट- नारायण कलाल, नौगामा।