सेनावासा और कुहानिया ग्राम पंचायत की हजारों बीघा जमीन सिंचाई के लिए माही के पानी से वंचित
घाटोल उपखंड के अंतर्गत सेनावासा और कुहानिया दो ग्राम पंचायतों की हजारों बीघा जमीन आज भी माही के पानी से वंचित है। ऐसे में दोनों ही ग्राम पंचायतों के किसानों में खासा आक्रोश है। सेनावासा सरपंच गणपत कटारा एवं कुहानिया सरपंच मोहनलाल निनामा ने बताया कि कई साल से माही की नहर की मांग को लेकर लगातार प्रयासरत हैं। कई बार सर्वे प्रस्ताव तैयार कर भेजे गए पर इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया। जबकि दोनों ग्राम पंचायत सेनावासा और कुहानियां के ठीक सामने मात्र एक किमी पर बांसवाड़ा से निकल कर घाटोल जा रही बड़ी नहर होने के बावजूद एवं ढलान होने के बाद भी आज तक इस क्षेत्र में माही का पानी नसीब नहीं हो रहा है। सेनावासा और कुहानिया ग्राम पंचायतें आपस में एक दूसरे से सटी हुई है और इस क्षेत्र में सेनावासा, जेथोरपाड़ा, कुहानिया क्षेत्र की हजारों बीघा जमीन माही के पानी से वंचित है। किसान लाला भाई, दिनेश, रामचंद्र, वरसेंग, रामलाल वार्ड पंच, हरिकृष्ण, गंबू भाई आदि ने बताया कि हजारों बीघा जमीन का बिना पानी के कोई औचित्य नहीं है। बड़ी नहर के ठीक सामने हजारों बीघा जमीन बिन पानी के बंजर पड़ी हुई है।