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पुलिस से बचकर भाग रहे तस्कर की संदिग्ध-हालत में मौत:राजस्थान-एमपी समेत 3 राज्यों में वांटेड था; 1800 करोड़ के ड्रग्स केस में भी नाम

Banswara
पुलिस से बचकर भाग रहे तस्कर की संदिग्ध-हालत में मौत:राजस्थान-एमपी समेत 3 राज्यों में वांटेड था; 1800 करोड़ के ड्रग्स केस में भी नाम
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बांसवाड़ा में गुजरात पुलिस से बचकर भाग रहे नशा तस्कर की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। गुजरात में पुलिस की टीम ने तस्कर रब नवाज का पीछा किया। इस दौरान उसकी कार का एक्सीडेंट हो गया। रब नवाज पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया, जबकि उसके साथी आबिद खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस से बचने के लिए तस्कर रब नवाज ने एक पिकअप ड्राइवर से लिफ्ट ली और बांसवाड़ा के रास्ते प्रतापगढ़ की तरफ जा रहा था। रास्ते में उसकी मौत हो गई। तस्कर की मौत के बाद ड्राइवर पिकअप लेकर सज्जनगढ़ थाने पहुंचा। पुलिस टीम ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमॉर्टम कराए उसका शव ले गए।

पिकअप में लिफ्ट लेकर बांसवाड़ा जाते समय तस्कर की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
पिकअप में लिफ्ट लेकर बांसवाड़ा जाते समय तस्कर की हार्ट अटैक से मौत हो गई।

पिकअप में बैठे-बैठे तस्कर की हो गई मौत जानकारी के अनुसार, रब नवाज पठान का मादक पदार्थों की तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क था, जो राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश तक फैला हुआ था। कुछ समय पहले भोपाल में पकड़ी गई 1800 करोड़ रुपए की एमडी ड्रग्स के मामले में भी उसका नाम सामने आया था। बुधवार को गुजरात पुलिस उसका पीछा कर रही थी। गुजरात में उसकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था।

तस्कर रब नवाज पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार हो गया था। उसने किसी पिकअप ड्राइवर से लिफ्ट ली और बांसवाड़ा के रास्ते प्रतापगढ़ जा रहा था। इस दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई और मौत हो गई। तस्कर की मौत होने पर पिकअप ड्राइवर सज्जनगढ़ थाने पहुंचा और पुलिस को जानकारी दी।

भोपाल ड्रग्स केस में था वांटेड NCB और गुजरात ATS ने भोपाल के बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में एक फैक्ट्री में छापा मारा था। यहां से 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बरामद हुई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 1814.18 करोड़ रुपए थी। मामले में अमित चतुर्वेदी, सान्याल बाने और हरीश आंजना को गिरफ्तार किया गया था। जबकि शोएब लाला, ओम पाटीदार और रब नवाज को मंदसौर पुलिस ढूंढ रही थी। फिलहाल शोएब और ओम पाटीदार फरार है।


कैसे पकड़ा ड्रग्स नेटवर्क गुजरात में पकड़े गए कुछ ड्रग्स डीलर्स से गुजरात एटीएस को भोपाल की फैक्ट्री की जानकारी मिली थी। डेढ़ महीने नजर रखने के बाद एटीएस ने दिल्ली एनसीबी से संपर्क किया और संयुक्त कार्रवाई की। फैक्ट्री की मशीनें और सिस्टम इतने आधुनिक थे कि आरोपी पिछले छह महीने से रोजाना 25-30 किलो ड्रग्स तैयार कर रहे थे। फर्नीचर निर्माण के नाम पर जमीन ली गई थी। फैक्ट्री के मालिक जयदीप सिंह ने 8 साल पहले इसे लीज पर लिया था।

1800 करोड़ के ड्रग्स केस का रब नवाज वांटेड था। NCB और गुजरात ATS की रेड में उसका नाम आया था।
1800 करोड़ के ड्रग्स केस का रब नवाज वांटेड था। NCB और गुजरात ATS की रेड में उसका नाम आया था।

रब नवाज पर 5 मामले दर्ज प्रतापगढ़ थानाधिकारी दीपक बंजारा ने बताया- रब नवाज पर प्रतापगढ़ जिले में 5 मामले दर्ज थे। वह मुख्य रूप से मध्यप्रदेश के पिपलिया मंडी थाने का वांटेड था। मध्य प्रदेश और गुजरात के कई थानों में भी उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं। परिजन बिना पोस्टमॉर्टम शव ले गए।

प्रतापगढ़ पुलिस से संपर्क कर रही एमपी पुलिस मंदसौर (मध्य प्रदेश) के एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी ने बताया- हमें सूचना मिली है कि हमारे यहां का वांटेड रब नवाज की हार्ट अटैक से मौत हुई है। इस संबंध में राजस्थान के प्रतापगढ़ पुलिस के संपर्क में हैं। सत्यता का पता लगाकर ही आगे कुछ कह सकेंगे।

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