दो गुना रुपए देने का झांसा देने वाला गिरफ्तार:ग्राहक को घर बुलाकर असली रुपए लेते फिर कम उजाले में पर्दे के पीछे से नकली नोट गिराते
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जिले के कुशलगढ़ थाना पुलिस ने नकली नोट का खुलासा किया और उसमे शामिल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कुशलगढ़ निवासी 56 साल के वाहिद महाराज उर्फ अब्दुल वाहिद को गिरफ्तार कर उससे 3 लाख असली और 5.50 लाख नकली नोट बरामद किए हैं। इस मामले में अहमदाबाद के वटवा निवासी अभी कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के बाद पुलिस टीम गठित कर आरोपी की तलाश तेज कर दी। टीम से पता चला कि आरोपी कुशलगढ़ के वार्ड 14 में रहता हैं। तुरंत ही मौके पर पहुंच कर उसे डिटेन कर लिया।
- मध्यप्रदेश में हैं गिरोह का सरदार जो ग्राहक भेजता
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका दोस्त हरीश बैरागी जो मध्यप्रदेश के बालोद जिला धार का रहने वाला हैं वो ग्राहक भेजने का काम करता था। इसके बाद आरोपी वाहिद उसके चेले भरत और नीरु कटारा के घर ले जाते। वहां एक विशेष कमरा बनाया हुआ है वहां रात को ग्राहक को बुलाते। वहां फिर ग्राहक से असली रुपए ले लेते और कमरे में कम उजाला रखते फिर पर्दे के पीछे से छिपकर नकली नोट गिराते थे। ग्राहक को वहीं नकली नोट असली होना समझाते उसके बाद वाहिद डरा धमका कर असली नोट हड़प लेता।
अब पूछताछ में और भी खुलासे होंगे
पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है कोर्ट में पेशकर पुलिस रिमांड ली है, जिससे अन्य आरोपी तक पहुंचा जाएगा, साथ ही अन्य वारदातों का खुलासा हो सकेगा। पुलिस ने कार और मोबाइल के साथ नीरु कटारा के घर और अब्दुल वाहिद के घर से नकली नोट जब्त की है, जिसका सांकेतिक मूल्य 2 करोड़ 85 लाख रुपए हैं। नीरु कटारा के घर से पूजा पाठ का सामान भी बरामद किया है।
- प्रार्थी अभी कुमार ने बताया कि उसके दोस्त जगदीश यादव ने भी रुपए डबल करने के लिए वाहिद महाराज को रुपए दे रखे हैं। प्रार्थी को वाहिद ने 5 मार्च को बुलाया तब अभी कुमार अपने मित्र जगदीश तुषार और पीयूष के साथ कुशलगढ़ पहुंच गया। रात को बाबा से संपर्क हुआ बाबा ने भरत को भेजा। भरत उसने 1.51 लाख रुपए मांगे। इस पर परिवादी ने बताया किवह 1.1 लाख रुपए लेकर आए है। इस पर भरत ने विधि अनुसार 1.51 रुपए ही होना बताया। इस पर 52 हजार रुपए एटीएम से निकाले और 31 हजार का सामान लिया।सामान लेने के बाद भरत सभी को 4 किमी दूर पहाड़ी पर ले गया, जहां वाहिद लाल रंग की कार लेकर आया। उसने रुपए लेकर लाल रंग के कपड़े में बांध दिए। विधि शुरू करते हुए एक चादर बिछाई। बीच में एक पर्दा लगा दिया। वाहिद कुछ बोलता उसके बाद कुछ एटीएम की तरह आवाज शुरू हुई जो करीब 10 मिनट तक चली। वाहिद ने फिर पर्दा हटाया तो देखा की 500 रुपए के 250 बंडल थे। प्रार्थी ने जैसे ही 2 करोड़ मांगे तो वाहिद को भाव आने लगे। प्रार्थी ने बताया कि उसने यह पूरा प्लान पहले ही बना लिया था कि बाबा को गिरफ्तार करना है। क्योंकि वाहिद ने उसके दोस्त से भी रुपए हड़प लिए थे।