500 सब्जी विक्रेताओं को 24 साल से स्थाई जगह नहीं दी पुरानी सब्जी मंडी में पार्किंग नहीं होने से ग्राहक नहीं आते
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1 लाख 40 हजार की आबादी वाले बांसवाड़ा शहर में स्थाई सब्जी मंडी नहीं है। पुराने शहर में 500 से अधिक सब्जी विक्रेता सड़कों पर बैठते हैं। पिछले 7 माह से तो सब्जी मंडी माही परियोजना के पार्क में चल रही है। यहां भी 70-80 सब्जी विक्रेता को ही जगह मिली है, बाकी के 400 से अधिक सब्जी विक्रेता गांधी मूर्ति, चंद्रपोल गेट के आसपास, पाला रोड और पुल, मस्जिद के सामने वाली गली, कुशलबाग मैदान के बाहर सड़क बैठकर सब्जियां बेच रहे हैं।
यहां से करीब 300 मीटर दूर ही कंधारवाड़ी में पुरानी सब्जी मंडी है, लेकिन यहां 24-25 साल से सब्जी वाले नहीं बैठ रहे हैं। वर्ष 1950 से पहले बनी इस पुरानी सब्जी मंडी में सब्जी वाले बैठते थे। संकरी गलियों में वाहनों के फंसने के डर से ग्राहकों ने आना बंद कर दिया तो वर्ष 2001 तक मंडी खाली कर गलियों में आ गए, तब से ऐसे ही भटक रहे हैं। नगर परिषद नई सब्जी अभी तक नहीं बना सकी है।
पुरानी सब्जी मंडी में करीब 40 साल तक दुकान चलाने वाले गटुलाल कुबेर राजभोई का कहना है कि इस मंडी में कभी उनकी खुद की दुकान थी। वर्ष 1996-97 तक यहां अच्छी ग्राहकी होती थी, रात को 11 बजे तक मंडी चलती थी लेकिन गलियां सकड़ी होने से वाहनों का जाम लगता रहता था। नगर परिषद और पुलिस वाले शाम को वाहनों को अंदर नहीं आने देते थे। माही परियोजना के पार्क में सब्जी बेचने वाली तुलसी केसुलाल राजभोई बताती हैं कि पिछले 50 साल से उसका परिवार सब्जी बेच रहा है।
पहले उसके माता-पिता, अब वो और उसके बच्चे सब्जी बेचते हैं। पार्क उनकी स्थाई जगह नहीं है। यहां से हटाए जाते हैं तो वो जाएंगे कहां? सड़क पर बैठें तो पुलिस और नगर परिषद परेशान करती है। कला बाई राजभोर्ई, चेतना राजभोई, गोती विजयलाल राजभोई का भी यही दर्द है। बताया कि शहर में राजभोर्ई समाज के करीब 600 में से करीब 300 घरों के परिवार सब्जी बेचने का ही काम करते हैं। खेती है नहीं, सुबह सब्जी के टोकरे खरीदकर दिनभर बेचते हैं। नगर परिषद उनको स्थाई जगह दे। करीब 7 माह पहले दौरे पर निकले संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने जब सब्जी विक्रेताओं को पाला पुल और यहां की आसपास की गलियों में सब्जी विक्रेताओं के सड़क पर बैठने से जाम लगने की समस्या देखी।
संभागीय आयुक्त के निर्देश पर नगर परिषद ने अस्थाई तौर पर सब्जी विक्रेताओं को मस्जिद के सामने माही परियोजना विभाग की ओर से बनाए पार्क में जगह दी। पार्क में 70-80 सब्जी विक्रेताओं को जगह मिली, बाकी के 400 से ज्यादा सब्जी विक्रेता यहां की गलियों में ही बैठ रहे हैं। पार्क में बैठे सब्जी विक्रेताओं को भी डर है कि आसपास के लोगों के विरोध के चलते कब यहां से हटना पड़ जाए।