युवक पर हमला करने वाले दो महीने से फरार: चाकूबाजी में पेट में आए 26 टांके, दूसरा ऑपरेशन होना बाकी
युवक पर जानलेवा हमले के आरोपी दो महीने बाद भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। युवक पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। थाने में FIR दर्ज होने के अलावा बांसवाड़ा SP और उदयपुर IG तक शिकायत करने के बावजूद पुलिस कार्रवाई में सुस्ती बरत रहे है। इधर, बांसवाड़ा SP को शिकायत देकर पीड़ित ने आरोपियों के रसूखदार होने की बात कही है। दूसरी ओर पुलिस शिकायतों में आरोपियों की बढ़ती संख्या में उलझी हुई है।
दरअसल, एक फरवरी को बांसवाड़ा के कोताबारी निवासी कैलाश पुत्र रकमचंद्र निनामा किसी प्रतिभोज कार्यक्रम में गया था। आरोप है कि वहां किसी विवाद के बीच मानसिंह एवं बलदेव पुत्र भानजी नाम के लोगों ने उससे मारपीट शुरू कर दी। तभी गांव के सोहन पुत्र कमला शंकर अपने साले के साथ बीच बचाव करने पहुंचे तो मामला तूल पकड़ गया। तभी फेफर निवासी विकास पुत्र लबजी, विश्राम पुत्र लीमजी, विनोद व तीन अन्य ने उसे पकड़कर चाकू से हमला कर दिया। जैकेट के ऊपर चाकू से हुए हमले में कैलाश बेहोश हो गया। इसके बाद भी बदमाश उसे लातें मारते रहे। उसे महात्मा गांधी जिला अस्पताल में उपचार के बाद उदयपुर रैफर किया गया, जहां उसके 26 टांकें आए हैं। एक ऑपरेशन हुआ है, जबकि दूसरा ऑपरेशन होना बाकी है। पीड़ित का आरोप है कि मारपीट करने वालों में एक नेता है, जिसकी पत्नी पुलिस में है। उसके प्रभाव के बीच पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर रही है। ये था विवाद
पीड़ित कैलाश ने बताया कि आरोपियों का उससे सीधा कोई बैर नहीं था। उसके छोटे भाई प्रकाश के साथ बलदेव, विकास और दिनेश का विवाद हुआ था। तब उसने बीच बचाव किया था। इस बात का बदला निकालने के लिए हमलावरों ने उसके साथ वारदात की। 307 में मामला दर्ज
दानपुर थानाधिकारी रमेशचंद्र मीणा ने बताया कि कैलाश की रिपोर्ट पर धारा 307 में मामला दर्ज किया है। मामले की फाइल भी घोड़ी तेजपुर चौकी से थाने में मंगा ली है। अब थाने के ASI रणसिंह जांच कर रहे हैं। लेकिन, पीड़ित की ओर से प्राथमिक रिपोर्ट में 3 हमलावरों के नाम थे, जबकि SP को दी शिकायत में नामों की संख्या 7 हो गई। वहीं IG को दी शिकायत में ये नाम 10 हो गए। पुलिस जांच कर मूल मामले पर पहुंच रही है। जल्द ही गिरफ्तारी होगी।