कराेड़ाें की ठगी करने वाला डायरेक्टर गिरफ्तार, पुलिस भाेपाल से पकड़ कर लाई

सज्जनगढ़ पुलिस भाेपाल से पकड़ कर लाई, उज्जैन में था हैड आॅफिस
चिटफंड कंपनी की आड़ में बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिले के लाेगाें काे झांसे में लेकर कराेड़ाें रुपए की धाेखाधड़ी कर भागे कंपनी के डायरेक्टर काे सज्जनगढ़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार इस मामले में स्वराष्ट्र बिजनेस प्राेमाेटर्स इंडिया लि. कंपनी के डायरेक्टर राहुल सक्सेना काे पुलिस शनिवार काे मध्यप्रदेश के सीहाेर-भाेपाल क्षेत्र से गिरफ्तार कर ले आई। सज्जनगढ़ थाना पुलिस ने उसे कुशलगढ़ स्थित अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है, लेकिन पुलिस उसकी गिरफ्तारी काे लेकर चुप्पी साधे हुए है। सामान्यत: हर छाेटी-माेटी गिरफ्तारी काे उपलब्धि बताते हुए पुलिस विभाग प्रेस नाेट के जरिए उसकी सूचना मीडिया काे देता है, लेकिन इतने बड़े मामले में उसकी गिरफ्तारी काे लेकर जांच अधिकारी सज्जनगढ़ थाना प्रभारी सीआई धनपत सहित थाने का अन्य स्टाफ कुछ भी कहने से बच रहा है। पुलिस ने कुशलगढ़ थाने में कंपनी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किया है। एसपी ने इस मामले की जांच सज्जनगढ़ थानाधिकारी काे साैंप रखी है।
दरअसल, मध्यप्रदेश की स्वराज बिजनेस प्राेमाेटर्स इंडिया लि. कंपनी का उदय 2011 में हुआ था। उज्जैन में इसका हैड ऑफिस बनाया गया था। इसके बाद अगले तीन सालाें तक कंपनी के मुख्य कर्त्ता-धर्त्ता राजेंद्र कुमार सक्सेना, राहुल सक्सेना, अजय सक्सेना आदि ने बांसवाड़ा जिले में सैंकड़ाैं लाेगाें से कंपनी की विभिन्न याेजनाआें में निवेश करने पर कम समय मेें ही दाे, तीन गुना रिटर्न का लालच देकर करीब पांच-सात कराेड़ रुपए का निवेश कंपनी करा लिया। दूसरी आेर वर्ष 2011-12 व 13 में न ताे कंपनी ऑडिट कराई आैर न ही इनकम टैक्स भरा। वर्ष 2014 में जब निवेशकों की पॉलिसियां परिपक्व हाेने लगी। निवेशकों ने परिपक्वता राशि मांगी ताे कुछ दिनाें तक यह झांसा देते रहे। उसके बाद ऑफिस बंद कर फरार हाे गए थे।
मुख्य सरगना पहले पकड़ा गया, लेकिन अब फरार
धाेखाधड़ी के मामले का मुख्य सरगना राजेंद्र कुमार सक्सेना पहले पुलिस की गिरफ्त में आ चुका था। हाई प्रोफाइल मामला हाेने व ऊंचे रसूखात हाेने से तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने इस मामले काे हलके में ले लिया, जिससे वह पुन: फरार हाेने में कामयाब रहा।