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चीफ इंजीनियर को कलेक्टर-सभापति की दो टूक कहा-बदहाल बिजली व्यवस्था से लोगों में आक्रोश

Banswara
चीफ इंजीनियर को कलेक्टर-सभापति की दो टूक कहा-बदहाल बिजली व्यवस्था से लोगों में आक्रोश
@HelloBanswara - Banswara -

शहर में सिक्योर कंपनी को लेकर बढ़ रहे विवाद को लेकर जहां मंगलवार को दो चीफ इंजीनियर ने कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक की। वहीं बुधवार को भी अजमेर से आए चीफ इंजीनियर एके जागेटिया ने जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी से मुलाकात की। जिसमें कलेक्टर सिंह ने चीफ इंजीनियर से बिजली व्यवस्था को सुधारने को कहा। साथ ही कंपनी द्वारा कार्यों की अनियमितता पर सख्ती से मॉनिटरिंग करने को कहा, जिससे की उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। शहर की व्यवस्था पर भी कलेक्टर नाराजगी जताई। वहीं चीफ इंजीनियर जागेटिया ने बताया कि कलेक्टर को शहर की व्यवस्था सुधारने को लेकर जानकारी दी है। जिसके लिए शहर में रख रखाव, लाइनों का कार्य, जल्द किया जाएगा। जागेटिया ने बताया कि उपभोक्ताओं को जो भी समस्या आ रही है, उसके लिए डिस्कॉम के अधिकारियों भी प्रभावी मॉनिटरिंग होगी। बाद में चीफ इंजीनियर ने सभापति से भी मुलाकात की। जिसमें चीफ इंजीनियर जागेटिया ने हाल में बिजली को लेकर बढ़ रही समस्या को लेकर चर्चा की। जिस पर सभापति ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक शहरवासियों की समस्या दूर नहीं होगी तब तक परिषद चुप नहीं बैठेगा। मेरे पास हाल के दिनों में सबसे ज्यादा बिजली संबंधी ही समस्या सामने आ रही है। डिस्कॉम और सिक्योर कंपनी के बीच तालमेल की कमी जनता परेशान है।


सर्किल में छीजत सबसे ज्यादा, रिकवरी में पीछे, डिस्कॉम में अभियंताओं के 15 पद रिक्त, नहीं हो रही है मॉनिटरिंग
{डिस्कॉम में कर्मचारियों की कमी के चलते बिजली व्यवस्था बिगड़ी हुई है। अजमेर डिस्कॉम में बिजली चोरी में बांसवाड़ा जिला दूसरे और रिकवरी के मामले में आखिरी पायदान पर है। जिले में 15.30 प्रतिशत बिजली चोरी हो रही है, जो पिछले साल के मुकाबले भी 1 से डेढ़ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं रिकवरी में भी जहां 100 प्रतिशत के टार्गेट में 84.94 प्रतिशत ही हुई है। साथ ही जीएसएस पर मॉनटरिंग, लाइनों का रख रखाव, ऑफिस में उपभोक्ताओं की समस्या का भी समाधान नहीं हो पा रहा है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है की कर्मचारी ही सब डिवीजन में नहीं हैं। सर्किल के 5 सब डिवीजन आनंदपुरी, बागीदौरा, छोटी सरवन, गढ़ी, शहर द्वितीय में लम्बे समय से एईएन नहीं हैं। जेईएन की भी काफी कमी है। इसके अलावा जिनका तबादला भी हो रखा है वे भी ज्वॉइन नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते ना छीजत कम करने पर काम हो रहा है, ना रिकवरी हो रही है।


बिजली समस्या पर अब तक का सबसे बड़ा सर्वे
{40 हजार बिजली उपभोक्ता दोगुने बिजली बिल, फॉल्ट, टोल फ्री नंबर पर शिकायतें नहीं सुनने जैसी शिकायतों से परेशान हैं। दैनिक भास्कर बिजली समस्याओं पर ऑनलाइन सर्वे कर रहा है। सर्वे में 2 तरह से भाग ले सकते हैं। पहला-मोबाइल से क्यू आर कोड स्कैन करके सर्वे लिंक पर जा सकते हैं। दूसरा-लिंक https://forms.gle/dwcy2qJKXP4WKfWT8 पर क्लिक करके अाज शाम 5 बजे तक सवालों के जवाब दे सकते हैं।


इन डिवीजन में ये है हालत
सभापति से भी मुलाकात की। जिसमें चीफ इंजीनियर जागेटिया ने हाल में बिजली को लेकर बढ़ रही समस्या को लेकर चर्चा की। जिस पर सभापति ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक शहरवासियों की समस्या दूर नहीं होगी तब तक परिषद चुप नहीं बैठेगा। मेरे पास हाल के दिनों में सबसे ज्यादा बिजली संबंधी ही समस्या सामने आ रही है। डिस्कॉम और सिक्योर कंपनी के बीच तालमेल की कमी जनता परेशान है।
1. आनंदपुरी: यह केवल एक जेईएन लगा हुआ है, जिस को भी एईएन का चार्ज दे रखा है। जहां 3 जेईएन और एक एईएन की पोस्ट है। जिसके चलते यहां रिकवरी सबसे कम है।
2. बागीदौरा: यहां भी केवल एक जेईएन लगा है, उसको भी एईएन का चार्ज दे रखा है। जेईएन के पद खाली है। यहां भी दो जेईएन, एक एईएन का पद खाली है।
3. छोटी सरवन: यहां भी केवल एक जेईएन है, जिसको भी एईएन का चार्ज दे रखा है। यहां दो जेईएन, एक एईएन का पद खाली है।
4. गढ़ी: यहां भी एईएन का पद खाली है। साथ ही जेईएन और लाइनमैन की भी कमी है।
5. शहर द्वितीय: यहां भी केवल एक जेईएन है जिनको भी एईएन का चार्ज देख रखा है। उसके अलावा 3 जेईएन और एक एईएन का पद खाली है।
6. सज्जनगढ़: यहां टेक्निकल कर्मचारियों के साथ ही मंत्रालयिक कर्मचारियों की कमी है।

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