तकनीकी उन्नति ही उज्जवल भविष्य का आधार : व्यास
सेमीनार के प्रारंभमें प्रवीण मीणा, प्राचार्य ने अतिथियोंका स्वागत किया। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि प्रोफेसर अशोक कुमार व्यासद्वारा अपने उद्बोधन में बताया किसिविल इंजीनियरिंग में ऊर्जा सततताकी दृष्टि से काम करना महत्वपूर्ण है।सही तरीके से ऊर्जा का उपयोगकरने, ऊर्जा बचत के उपायों कोशामिल करने और वैकल्पिक ऊर्जास्रोतों का समर्थन करना पर्यावरण कोसुरक्षित रखने में मदद करता है।विभिन्न परियोजनाओं के लिए संरक्षणऔर पुनर्निर्माण की दिशा में मार्गदर्शनकरता है।
इससे प्राकृतिक संसाधनोंका सही तरीके से उपयोग होता हैऔर परियोजनाएं स्थायी रूप सेबनती हैं। उक्त व्याख्यान के दौरानउपस्थित छात्र-छात्राओं ने विभिन्नप्रश्नों के माध्यम से विशेषज्ञ से सीधेसंवाद करके अपनी समस्याओं कासमाधान प्राप्त किया। इस अवसर परमहाविद्यालय में विभिन्न विभागों केसंकाय सदस्य डॉ. हर्षवर्धन सिंहचौहान, सनीश पंचाल, अर्पित सिंहभदौरिया, नितिन स्वर्णकार, हिमांशुपंड्या, स्वाति पंड्या, हिना जैन,संतोष कुमार मिश्रा, विजय गुप्ता,महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएंएवं अशैक्षणिक कर्मचारी उपस्थितरहे। संचालन सिविल अभियांत्रिकीविभाग के संकाय सदस्य अजय भट्टने किया। सेमिनार के समापन पर डॉ.हर्षवर्धन सिंह चौहान ने आभारजताया।