मानगढ़ की पहाड़ी पर नहीं बना गोविंद गुरु सरोवर
मानगढ़ धाम पर पर्यटन विभाग की उदासीनता के कारण विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। धाम पर कुछ विकास काम पहले हुए थे, जिसकी वजह से राजस्थान, गुजरात से गोविंद गुरु के अनुयायी आने लगे हैं, लेकिन मास्टर प्लान के अनुसार पहाड़ी पर अब तक गोविंद गुरु सरोवर नहीं बनने से पेयजल संकट की समस्या बनी हुई है।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों की उदासीनता साफ नजर आ रही है, जो पिछले पांच साल से इस काम में रुचि ही नहीं ले रहे हैं, जबकि इसके लिए बजट उपलब्ध है। पहाड़ पर ओवर हेड वाटर टैंक होने के बावजूद नीचे एनीकट से लिफ्ट कर पानी लाने का सिस्टम उस समय जवाब दे गया जब ज्यादा आया बिल नहीं भरने पर कनेक्शन काट दिया। ऐसे में धाम पर पानी नहीं पहुंच रहा है। पहाड़ी पर सरोवर बनाने के लिए 2016 में स्वीकृत बजट का उपयोग पर्यटन विभाग नहीं कर पाया। इस कारण से पानी की समस्या बनी हुई है।
कडाणा बैक वाटर से भी किया जा सकता है पानी का इंतजाम
इधर गुजरात के कडाणा बांध का बैक वाटर मानगढ़ धाम पहाड़ से कुछ दूरी पर है। जहां से पाइप लाइन के माध्यम और बिजली के लिए साेलर सिस्टम लगा कर पहाड़ पर पानी का इंतजाम किया जा सकता है। इससे दाे फायदे होंगे एक तो बिजली के बिल भरने की समस्या से मुक्ति मिलेगी और साथ ही मानगढ़ पहाड़ पर रात में बिजली का अधिक राशि का बिल भरे बिना ही रोशनी का इंतजाम किया जा सकेगा।
जब निजी होटल्स, पेट्राेल पंप आदि स्थानाें सहित आंबापुरा लिफ्ट स्कीम के लिए सोलर सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है तो इस ऐेतिहासिक शहीद स्थल के लिए भी विशेष रूप से साेलर सिस्टम लगा कर हमेशा के लिए इस परेशानी काे दूर करना चाहिए।