डमी अभ्यर्थियों का एक केस एसओजी ने लिया:कुशलगढ़ थाने में दर्ज थी एफआईआर, नौ आरोपियों ने परीक्षा में बैठाए थे डमी अभ्यर्थी
बांसवाड़ा में डमी अभ्यर्थी और पेपर लीक के मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। लेकिन इस खुलासे में पूरा इन्वेस्टिगेशन पुलिस के कंधों पर आ गया है। एसओजी ने अब तक हस्तक्षेप नहीं किया है।
पुलिस अब तक 20 के करीब एफआईआर दर्ज कर चुकी है और 25 के करीब आरोपी गिरफ्त में हैं। लेकिन हाल ही में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसओजी ने पूरा मामला नहीं, बल्कि 9 डमी अभ्यर्थियों से जुड़ा केस अपने अंडर में ले लिया है। यह प्रकरण कुशलगढ़ थाने में 26 जून को रात 11 बजे दर्ज किया गया था। यह सभी अभ्यर्थी डमी कैंडिडेट से पास होकर नियुक्ति पाने वाले हैं।
यह अभ्यर्थी जिनसे अब एसओजी करेगी पूछताछ
मोर कुशलगढ़ निवासी विनेश गरासिया, टिंबा महुडी निवासी गौरव कुमार, पाली बड़ी निवासी नरेश, पाली छोटी निवासी खातूराम, सुखेड़ा कुशलगढ़ निवासी रमेश चंद्र, टिंबा महुडी निवासी राजेंद्र कुमार, भूराकुआं निवासी विक्रम सिंह, मच्चा कुशलगढ़ निवासी सविता ढोढ़ीयार और दामासाथ निवासी रमेशचंद्र शामिल हैं।
हाल ही में जयपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसओजी ने बांसवाड़ा पुलिस की सराहना तो की, लेकिन पूरी जिम्मेदारी पुलिस पर ही डाली है। ऐसे में पेपर लीक और डमी कैंडिडेट के सभी प्रकरण में एसओजी का बांसवाड़ा आना मुश्किल लग रहा है।