साल का दूसरा गुरु पुष्य नक्षत्र कल, नए कारोबार के साथ भूमि-भवन और वाहन खरीदी के लिए श्रेष्ठ

बांसवाड़ा | इस साल का दूसरा गुरु पुष्य योग 25 फरवरी को रहेगा। इसके एक दिन पहले दोपहर 12.30 बजे पुष्य नक्षत्र योग प्रारंभ हो जाएगा, लेकिन गुरुवार को दूसरे दिन यह दोपहर 1.18 बजे तक ही रहेगा। ज्योतिषियों का मत है कि पौष माह के इस गुरु पुष्य संयोग होने से खरीद-फरोख्त और पूजा-पाठ के लिए ये दिन शुभ और मंगलकारी रहेगा। इसके पहले गुरु पुष्य योग 28 जनवरी को था। अब दीपावली के पहले 28 अक्टूबर और 25 नवंबर को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ये शुभ संयोग रहेगा।
चंद्र के अपनी राशि में रहने से इस दिन बढ़ेगी शुभता
पं. भवानी खंडेलवाल ने बताया कि 27 नक्षत्रों में गुरु पुष्य को सर्वाधिक शुभ माना जाता है, इसलिए पूरे दिन खरीद-फरोख्त की जा सकती है। इस नक्षत्र को तिष्य और अमरेज्य के नाम से भी जाना जाता है। तिष्य का मतलब शुभ-मांगलिक और अमरेज्य का मतलब देवताओं द्वारा पूजित होना। भगवान विष्णु के अाधिपत्य वाले दिन गुरुवार को पुष्य नक्षत्र योग से उसकी शुभता और बढ़ जाती है। गृह उपयोगी वस्तुओं की खरीदी करना समृद्धिदायी होता है। यह शनिदेव का नक्षत्र होता है। गुरु और शनि आपस में समभाव रखते हैं। मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई चीज लंबे समय तक टिकती है।
व्रत से दूर होगा आर्थिक संकट
ज्योतिषियों का मत...
पं. खंडेलवाल ने बताया कि गुरुवार को पुष्य नक्षत्र होना शुभ होता है। इस दिन शुभ काम करने के साथ ही खरीद-फरोख्त करना भी मंगलकारी होता है। चंद्रमा अपनी ही राशि यानी कर्क में रहेगा, जिससे इस दिन की शुभता और बढ़ जाएगी। ऐसे शुभ योग में भूमि, भवन, ज्वेलरी और वाहन खरीदी के साथ ही नया कारोबार शुरू करना श्रेष्ठ होता है। इस दिन व्रत रखने से आर्थिक संकट दूर होता है।
