बांसवाड़ा में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद अटकी:एफसीआई ने गुणवत्ता पर उठाए सवाल, कलेक्टर के आदेश पर टीम करेगी जांच

भारतीय खाद्य निगम(एफसीआई) ने बांसवाड़ा में उत्पादित गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद रोक दी है। खरीद केन्द्रों पर पहुंच रहे किसानों के गेहूं को दोयम दर्जे का बताया गया है।
इसके कारण करीब 15 दिन पहले जिले में गेहूं की सरकारी कीमत पर खरीददारी के लिए 12 केंद्र खोले गए। लेकिन इनमें से किसी भी केंद्र पर एक भी दाने की खरीदारी नहीं हो पाई है।
किसानों में मायूसी, बैरंग लौटे
मामले की सत्यता की जांच के लिए जिला कलक्टर ने टीम गठित की है। जो गेहूं की गुणवत्ता की जांच कर रिपोर्ट देगी। यह टीम मंडी और किसानों के खेतों में जाकर गेहूं की गुणवत्ता की जांच करेगी। एफसीआई के अधिकारियों का कहना है कि बांसवाड़ा का गेहूं गुणवत्तापूर्ण नहीं है, इसलिए खरीदारी नहीं की जा सकती है।
दो सदस्यीय टीम गठित
कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने कृषि अधिकारी और मंडी सचिव को जांच के आदेश दिए हैं। दो सदस्यीय टीम गेहूं की गुणवत्ता की रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि एफसीआई की कोई कमी मिली तो तत्काल अधिकारियों को पाबंद किया जाएगा, जिससे खरीद शुरू हो सके। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से 2275 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं की कीमत तय की गई है। इस पर सरकार की ओर से 125 रुपए बोनस दिया जाता है। दोनों को मिलाकर गेहूं का रेट 2400 रुपए प्रति क्विंटल हो जाती है।
गुणवत्ता कम होने पर मिल सकती है छूट
कृषि उपज मंडी के अधिकारियों के अनुसार यदि समूचे वागड़ अंचल में गेहूं की गुणवत्ता कमजोर पाई जाती है तो इसके लिए खाद्य विभाग से गुणवत्ता में छूट की मांग की जाएगी। इसके बाद विभाग की ओर से एफसीआई मुख्यालय को लिखा जाएगा, जिसके बाद किसानों के हित में निर्णय होने की संभावना बनती है।
यहां पर हैं खरीद केंद्र
सहकारिता विभाग की ओर से बांसवाड़ा कृषि उपज मंडी और बागीदौरा का संचालन किया जाता है। इसके साथ ही एफसीआई ने निजी संस्थाओं के जरिए छींच, बड़ोदिया, गढ़ी, अरथूना, तलवाड़ा, आनंदपुरी, कुशलगढ़ गनोड़ा और घाटोल, बांसवाड़ा गोदाम पर क्रय केंद्र खोले हैं।
अफसर बोले-जल्द आएगी जांच की रिपोर्ट
जिला रसद अधिकारी हजारीलाल आलोरिया ने बताया कि क्षेत्र में एफसीआई की ओर से गेहूं की खरीदारी नहीं की जा रही है। गेहूं की गुणवत्ता की जानकारी कलेक्टर के समक्ष आई तो उन्होंने तत्काल टीम बना दी है। टीम जल्द रिपोर्ट देगी।