फेरों के पहले ही रुकवाया नाबालिग का विवाह
रंधावा तेजपुर में शुक्रवार को प्रशासन और चाइल्ड लाइन के अधिकारियों ने 13 साल की लड़की का बाल विवाह रुकवाया। नाबालिग की बारात आने से पहले अधिकारी पहुंचे गए, उन्होंने नाबालिग के परिजनों को पाबंद किया कि वे 18 साल की होने के बाद ही लड़की की शादी कराए।
टीम में सदर थाना के हेड कांस्टेबल फूलशंकर, पटवारी हिमांशु जैन, ग्राम विकास अधिकारी दिव्यराज सिंह सिसौदिया, सहायिका लक्ष्मी कलाल, समाज सेवी फूलशंकर चरपोटा, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के प्रभारी धर्मेश भारद्वाज, बेणेश्वर लोक विकास संस्थान और एक्सेस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रन की टीम मौजूद रही। स्कूल के पास घर के आंगन में नाबालिग की शादी के लिए मंडप सजा था। लेकिन शिक्षकों को भनक तक नहीं लगी। चाइल्ड लाइन 1098 के जिला समन्वयक कमलेश बुनकर ने बताया कि सहायक निदेशक वाजिद खान के निर्देशन में टीम ने बारात आने के पहले ही गांव पहुंचकर बाल विवाह रुकवा दिया। नाबालिग आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ चुकी है। टीम के पहुंचते ही परिजन व रिश्तेदार भाग गए, मौैके पर दादा मिले संयुक्त टीम जैसे ही गांव में पहुंची तो शादी में शामिल होने आए परिजन व रिश्तेदार वहां से अपने-अपने घर चले गए। केवल लड़की के दादा शैतान सिंह ही मौजूद मिले।
टीम ने दादा को कानून का पाठ पढ़ाया। परिजनों को बुलवाया गया। बालिका का पिता सोमेश्वर बहुत देर बाद पहुंचा। परिजनों की मौजूदगी में संयुक्त टीम ने सभी को पाबंद किया कि जब तक लड़की की उम्र 18 वर्ष नहीं हो जाती तब तक उसका विवाह नहीं करना है अन्यथा आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। संयुक्त टीम ने स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं चाल्डलाइन टीम को उसकी निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है।