सज्जनगढ़ में देररात मूसलाधार, शहर में बूंदाबांदी
इस साल जुलाई में 12 वर्षा दिनों में हुई 122.71 एमएम बारिश हो चुकी है। वहीं पिछले साल जून में 82 और जुलाई में 200 एमएम कुल 16 दिनों 282 एमएम बारिश हुई थी। इस बार 159.29 एमएम कम बारिश हुई है।
संभागीय कृषि अनुसंधान केंद्र बोरवट बांसवाड़ा के संभागीय निदेशक अनुसंधान डॉ. हर गिलास ने बताया कि छत्तीसगढ़ और विदर्भ के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं एक और कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में 18 जुलाई के आसपास बनने की संभावना है। वहीं मानसून ट्रफ लाइन 16 जुलाई को दक्षिणी राजस्थान के भागों से होकर गुजर रही है। जिससे आने वाले दिनों में जिले में तेज बारिश होने की संभावना है। इस दौरान मेघ गर्जन के साथ वज्रपात जैसी स्थितियां बन सकती हैं। मंगलवार को माही बांध का जलस्तर 268.25 मीटर दर्ज किया गया। अभी माही बांध में एराव, माही, बूनान, तेलनी, खांदू आदि नदियों से पानी की आवक कम ही हुई है। जिससे अब तक माही बांध का जलस्तर 25 सेंटीमीटर ही बढ़ा है। इधर, सज्जनगढ़ में रात 10 बजे तेज बारिश शुरू हुई। जबकि बांसवाड़ा शहर में शाम को बूंदाबांदी हुई । इधर, सज्जनगढ़ में तेज बारिश का दौर शुरू होते ही बिजली व्यवस्था ठप हो गई। मूसलाधार बारिश के कारण नदी, नाले उफान पर आ गए। केंद्र इस माह बारिश बांसवाड़ा 114 केसरपुरा 112 दानपुर 223 घाटोल 106 भूंगड़ा 66 जगपुरा 49 गढ़ी 82 लोहारिया 141 अरथूना 88 बागीदौरा 149 शेरगढ़ 91 सल्लोपाट 133 कुशलगढ़ 126 सज्जनगढ़ 238 मौसम वैज्ञानिकों की माने तो कम दबाव का क्षेत्र बनने से मेघगर्जना और वज्रपात के साथ लगातार बारिश का दौर 18 जुलाई तक जारी रहेगा।
क्योंकि ट्रफ लाइन दक्षिणी राजस्थान के भागों से गुजर रही है। वहीं मध्यप्रदेश में भी इसका असर होने से माही बांध में पानी की आवक बढ़ने की संभावना है। बारिश के आंकड़े एमएम में