साल का अंतिम सूर्यग्रहण 26 काे 2 घंटे 52 मिनट

कंकणाकृति सूर्य ग्रहण : चार राशियों में नौ ग्रहों का होना अशुभ और मंदी कारक रहेगा
इस साल का आखिरी कंकणाकृति सूर्यग्रहण 26 दिसंबर को है। वहीं चार राशियाें में नाै ग्रहाें का हाेना अशुभ, मंदी अाैर प्राकृतिक अापदा कारक भी हाे सकता है। अंतिम सूर्यग्रहण कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछेक के लिए अशुभ रहेगा। साथ ही राजनीतिक उथल पुथल भी संभव है। ज्याेतिषविद डाॅ. भवानी खंडेलवाल ने बताया कि इस बार गुरुवार को सूर्य ग्रहण गुरुवार सुबह 8.12 बजे से रहेगा अाैर इसका शुद्धिकाल 10.52 बजे तक रहेगा। ये ग्रहण भारत के अलावा में विदेशाें में कई देशाें में दिखाई देगा। साथ ही ये सूर्य ग्रहण भारत के दक्षिणी भाग को छोड़ कर कंकाणी ग्रह अंगूठी की तरह दिखाई देगा। ग्रहण का प्रभाव मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक राशि वालाें पर मध्यम रहेगा। वहीं वृषभ, कन्या, धनु, मकर राशि वालाें काे ये ग्रहण अशुभ हाेने से नहीं देखना चाहिए। साथ ही कर्क, तुला, कुंभ, मीन राशि वालाें के लिए ये ग्रहण शुभ रहेगा। इसलिए इन राशि वालाें काे सूर्य ग्रहण के दर्शन करने चाहिएं। सूर्य ग्रहण 2 घंटे 52 मिनट कर रहेगा। इस समय मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। लोगों को ग्रहण के दौरान अपने ईष्टदेवता की आराधना और मंत्र जप करना चाहिए। ग्रहण के समय कोई भी शुभ कार्य नहीं करें। डॉ. खंडेलवाल ने बताया कि ग्रहण का प्रभाव एक दिन पहले और एक दिन बाद तक रहता है और ये समय शुभ नहीं रहता है।
छह ग्रहों का धनु राशि पर योग : 26 दिसंबर काे एक विशेष खगाेलीय घटना हाे रही है। जिसके तहत धनु राशि में गुरु,चंद्र,बुध, गुरु, शनि, केतु का मिलन हाेगा। ज्याेतिषविद पंडित हिंद किशाेर जाेशी ने बताया कि इससे रवि केतु ग्रहण याेग, शनि चंद्र विष याेग, गुरु शनि चांडाल याेग, गाेल याेग अाैर साथ ही चार राशि में नाै ग्रहाें का हाेना एक अशुभ याेग है। इस कारण अार्थिक मंदी,शेयर बाजार में उथल पुथल, राजनीतिक उठापटक, सुनामी, भूकंप अादि के याेग बन रहे हैं। इस ग्रहण का प्रभाव अागामी एक वर्ष तक रहेगा। इसलिए लोगों को सावधानी से धन का निवेश करना चाहिए। वहीं बीस साल बाद शनि अाैर गुरु की युति बहुत ही अशुभ है। इधर गेहूं , साेयाबीन, कपास, साेना, चांदी, कंद मूल के भावाें में तेजी अा सकती है।
