कुशलगढ़ का मामला: कॉलेज में वोटर आईडी मंगवाने पर विवाद, एबीवीपी का आरोप-छात्रों को कांग्रेस सदस्य बना रहे प्राचार्य
कुशलगढ़ के स्व. मामा बालेश्वर दयाल राजकीय पीजी कॉलेज में स्टूडेंट्स से मोबाइल और वोटर आईडी कार्ड मंगवाने के मामला विवादों में घिर गया है। छात्र संगठन एबीवीपी ने आरोप लगाया है कि यह कार्य स्टूडेंट्स को कांग्रेस का मेंबर बनाने के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा 27 फरवरी को यूथ कांग्रेस के चुनाव हैं, इसलिए प्रत्याशियों और कांग्रेस नेताओं के दबाव मंे मेंबर बनाए जा रहे हैं। हालांकि प्राचार्य महेंद्र कुमार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
उन्होंने बताया कि बायोमेट्रिक छात्रवृत्ति, उडान आदि के क्रियान्वयन के लिए स्टूडेंट्स से मोबाइल और वोटर आईडी कार्ड मंगवाए गए हैं, यूथ कांग्रेस चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। जबकि एबीवीपी के सह संयाेजक कांतिलाल ने बताया कि छात्रवृत्ति बायोमेट्रिक कार्य के लिए वोटर आईडी कार्ड और मोबाइल की जरूरत तक नहीं रहती है। केवल जन आधार कार्ड और आधार कार्ड की जरूरत होती है।
शिक्षा के मंदिर में यूथ कांग्रेस के संगठन चुनाव के लिए सीधे तौर पर मोबाइल एप डाउनलोड करा कर कॉलेज कैंपस में मतदान करवाया जाना गलत है। जिसकी शिकायत भी उपखंड अधिकारी से की है। गौरतलब है कि यूथ कांग्रेस की मेंबरशिप और चुनाव का पूरा प्रोसेस इस बार ऑनलाइन है।
प्रत्याशी लगातार कॉलेज में कर रहे संपर्क
यूथ कांग्रेस में 27 फरवरी तक मेंबरशिप और वोटिंग की प्रक्रिया होनी है। इसके लेकर अब केवल 4 दिन बचे हैं। एबीवीपी का आरोप है कि प्रत्याशी कॉलेज प्राचार्यों से मिलकर यूथ कांग्रेस चुनाव के लिए विद्यार्थियों से मेंबरशिप बनाने और उनके पक्ष में मतदान के लिए अपील कर रहे हैं।
स्टूडेंट्स से वोटर आईडी कार्ड इसलिए मंगवाए, ताकि पता चल सके कि कितने लोगों के बन गए हैं। मोबाइल भी इसलिए मंगवाया ताकि वोटर हेल्प लाइन एप डाउनलोड करवा सकें। हम ऐसे नवाचार करते रहते हैं। यूथ कांग्रेस चुनाव की मुझे कोई जानकारी नहीं है। लोग गलत आरोप लगा रहे हैं।
- महेंद्र कुमार, प्राचार्य