कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए चलेगा संयुक्त अभियान
बांसवाड़ा। कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें सही समय पर इलाज के लिए अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान प्रशासन के सहयोग से चिकित्सा विभाग और महिला एवं बाल विकास का संयुक्त रहेगा। इसके लिए रूपरेखा तैयार कर दी है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एचएल ताबियार ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में शुक्रवार को दी।
डॉ ताबियार ने बताया कि इसके लिए कलेक्टर अंकित कुमार सिंह के निर्देशन में पांच ब्लॉक का चयन किया गया है। जिसमें 750 गांवों में यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आनंदपुरी में 34 पंचायतों में 136, घाटोल में 68 पंचायतों में 258 गांव, गागड़तलाई में 26 पंचायतों में 80 गांव, कुशलगढ़ में 45 पंचायतों में 158 गांव व सज्जनगढ़ ब्लॉक की 27 पंचायतों के 118 गांव चयन किए गए है।
डॉ ताबियार ने बताया कि इन गांवों में महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से सभी बच्चों को पोषण के लिए निर्धारित पैमान पर जांचा जाएगा। यदि पैमाने के अनुसार सही आंकड़े प्राप्त नहीं होते है तो उन्हें प्रथम दृष्टया उपचार की स्थिति जांची जाएगी। जरूरत होने पर महात्म गांधी जिला अस्पताल में रेफर कर बच्चों का कुपोषण दूर किया जाएगा।
डॉ एचएल ताबियार ने सभी सीएचसी प्रभारियों को चीरंजीवी में अधिक से अधिक केस बुक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड़ हेल्थ सहायकों को भी प्रशिक्षण देकर सर्वे का काम कराया जाए। उन्होंने प्रत्येक दिन एक गांव में कम से कम 100 घरों में सर्वे करने का टारगेट भी दिया। साथ ही इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य भवन में भेजने के निर्देश दिए।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ दीपक निनामा ने कहा कि कुपोषण को दूर करने के लिए चलाए जाने वाले अभियान के लिए सभी गांवों में बनी ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति को दो-दो हजार रूपए भी दिए जाएंगे। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक से अपील भी की कि वह इस अभियान के साथ-साथ एनसीडी कार्यक्रम में भी सहयोग देवें। उन्होंने कहा कि हर गांव में भी बीपी और शुगर की जांच निरंतर होनी चाहिए। डॉ निनामा ने कहा कि इसके लिए चिकित्सा विभाग के साथ यदि आंगनबाड़ी का स्टाफ भी साथ रहे तो सफलता अधिक मिल सकती है। उन्होंने इसकी रिपोर्ट निरंतर नहीं मिलने पर सभी सीएचसी प्रभारियों और बीसीएमओ से नाराजगी भी जताई।
आरसीएचओ डॉ नरेंद्र कोहली ने टीकाकरण पर फोकस किया। उन्होंने अब तक के हुए कोविड़ वेक्सीनेशन की जानकारी आंकड़ों के माध्यम से दी। उन्होंने वेक्सीन वेस्टेज पर भी चर्चा की। डॉ कोहली ने कहा कि कोविड़ टीकाकरण में जिले ने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि वेक्सीनेशन सत्र के बाद यदि देररात निश्चित फार्मेट में जानकारी नहीं दे पाए तो भी रात 10 बजे तक वेक्सीन का आंकड़ा सोशल नेटवर्क से जरूर देवें।
डब्लयूएचओ प्रतिनिधि डॉ अक्षय व्यास ने कहा कि रूटीन टीकाकरण में टारगेट को अचीवमेंट करने में कुछ फीसदी घाटोल, परतापुर व तलवाड़ा कम है। अतः इन ब्लॉक में हर गुरूवार के अलवा किसी अन्य दिन भी तय कर टीकाकरण किया जाए। ताकी अचीवमेंट शत प्रतिशत रह सके।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भरतराम मीणा ने परिवार कल्याण की जानकारी दी। उन्होंने जिले का परिवार कल्याण की योजनओं में ऑवरऑल प्रथम स्थान रहने पर सभी को बधाई भी दी। इस दौरान पीएमओ डॉ रवि उपाध्याय सहित सभी बीसीएमओ, सीएचसी प्रभारी, महिला एवं बाल विकास के प्रभारी व चिकित्सा विभाग का स्टाफ मौजूद रहा।