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पांच और गांवों में सरकारी जमीन 25 लोगों के नाम की, इनके सहित तहसीलदार, 3 गिरदावर, 4 पटवारी पर एसीबी में केस

Banswara
पांच और गांवों में सरकारी जमीन 25 लोगों के नाम की, इनके सहित तहसीलदार, 3 गिरदावर, 4 पटवारी पर एसीबी में केस
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गढ़ी के वजवाना और सुंदनी क्षेत्र में सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों ने मिलीभगत कर 40 बीघा जमीन 25 लोगों के नाम (खातेदारी) कर दी थी। जिला प्रशासन की ओर से कराई गई जांच में इसका खुलासा हुआ है। जांच में तत्कालीन तहसीलदार, 3 भू-अभिलेख निरीक्षक और 4 पटवारी दोषी पाए गए। सोमवार को गढ़ी तहसीलदार की ओर से इन 8 कर्मचारी, अधिकारियों और 25 खातेदारों के खिलाफ एसीबी में प्रकरण दर्ज कराने के लिए रिपोर्ट दी है।

रिपोर्ट में बताया कि इन सभी ने षड़यंतत्र करके राजकीय भूमि को अवैध तरीके तरीके से निजी खातेदारों को हस्तांतरित कर दी। इसमें तत्कालीन तहसीलदार केशरसिंह चौहान, परतापुर के तत्कालीन भू-अभिलेख निरीक्षक (गिरदावर) प्रदीप सुथार, गढ़ी के तत्कालीन भू-अभिलेख निरीक्षक अनिल ताबियार, भू-अभिलेख निरीक्षक दीपक जैन, तत्कालीन गढ़ी व भीमसोर पटवारी निखिल गरासिया, भगोरा पटवारी निलेश परमार, वजवाना पटवारी विनोद मईड़ा, सुंदनी पटवारी नागेंद्रसिंह और तत्कालीन एलआरसी पटवारी फरहत सुरैया कुरैशी की संलिप्तता पाई गई है।

सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 और धारा 409, 420, 120-बी आईपीसी (धारा 316 (5), 318 (4) और 61 के तहत अपराध प्रमाणित पाए गए हैं। इसमें एलआरसी पटवारी फरहत सुरैया कुरैशी को छोड़कर बाकी सभी पटवारी, गिरदावर और तहसीलदार गढ़ी क्षेत्र में 91 बीघा राजकीय भूमि को निजी खातेदारों के नाम करने के मामले में भी दोषी पाए गए हैं। ये पहले ही निलंबित हो चुके हैं। इनके खिलाफ एक मामला एसीबी में पहले भी दर्ज करवाया जा चुका है। यह दूसरा मामला है। इसमें 5 गांव अलग हैं और इनकी 40 बीघा जमीन है। इस मामले में पटवारी कुरैशी का नाम और 25 अन्य खातेदारों के नाम और जुड़े हैं। तत्कालीन गिरदावर एवं आनंदपुरी नायब तहसीलदार अनिल ताबियार को सस्पेंड करने की सिफारिश कलेक्टर ने राजस्व मंडल से की है। रिटायर्ड तहसीलदार केसर सिंह चौहान पर कार्रवाई के लिए राजस्व विभाग जयपुर को लिखा है। { वजवाना: पेमजी पुत्र नानजी पटेल के नाम दो नामांतरण खोले गए। इनमें जमीन सरकारी होकर जंगल और तालाब के नाम से थी।

इसमें 0.21 हैक्टेयर और 0.49 हैक्टेयर जमीन को 24 सितंबर 2022 को पेमजी के नाम कर दी। इसी तरह 0.94 हैक्टेयर सरकारी जमीन को 29 सितंबर 2022 को वजवाना निवासी पेमजी पुत्र नानजी पटेल, खेमजी पुत्र नानजी पटेल, रामजी उर्फ राजेंद्र पुत्र नानजी पटेल के नाम कर दी। 16 मार्च 2023 को 0.39 हैक्टेयर सरकारी जमीन को वजवाना निवासी जगदीश पुत्र नानूराम कुमावत के नाम, 5 जनवरी 2023 को सरकारी एवं जंगल किस्म जमीन को वजवाना निवासी तुलसी पत्नी हुका पारगी के नाम, 28 दिसंबर 2022 को सरकारी एवं जंगल किस्म की जमीन को वजवाना निवासी कमला पत्नी कदमजी पाटीदार, मंजू पत्नी ललित पाटीदार, मान पत्नी तेजेंद्र पाटीदार, हाकेर पत्नी डायालाल पाटीदार के नाम कर दी। इसी तरह सरकारी एवं जंगल किस्म की 0.82 हैक्टेयर जमीन 14 अक्टूबर 2022 को वजवाना के डायालाल पुत्र गौतम पाटीदार, 16 मार्च 2023 को 2.53 सरकारी एवं जंगल किस्म की जमीन वजवाना निवासी हुका पुत्र कुबेर भील, दिनेश पुत्र कुबेर भील, मणिलाल पुत्र कुबेर भील के नाम कर दी। ऐसे ही 19 जनवरी 2023 को 2.53 हैक्टेयर सरकारी एवं जंगल किस्म की जमीन को सागेता निवासी तुलसी पत्नी हुका भील, गंगा पत्नी दिनेश भील, तुलसी पत्नी मणिलाल भील और 7 अक्टूबर 2022 को वजवाना निवासी रमजान पुत्र अजीज मोहम्मद के नाम भी जमीन कर दी गई।

{ सुंदनी: सरकारी एवं चरनोई किस्म की 0.22 हैक्टेयर जमीन को 2 दिसंबर 2022 को जंतोड़ा निवासी करणसिंह पुत्र किशोरसिंह राव, अरविंद पुत्र मोगजी पटेल और 0.16 हैक्टेयर सरकारी जमीन को 6 अक्टूबर 2022 को सुंदनी निवासी दिनेश पुत्र शंकर भील के नाम खातेदारी कर दी। { परतापुर: 0.10 हैक्टेयर और 0.04 हैक्टेयर सरकारी जमीन को 23 नवंबर 2022 को दो अलग-अलग नामांतरण से सविता पत्नी भीखा डोंडियार के नाम कर दी। { सालिया: 0.44 हैक्टेयर सरकारी जमीन मसोटिया निवासी सरिता पत्नी मगनलाल भील के नाम 16 दिसंबर 2021 को की गई।

{ गढ़ी: 20 जनवरी 2023 को 0.07 हैक्टेयर और 10 जनवरी 2023 को 0.06 व 0.04 हैक्टेयर सरकारी एवं मगरी किस्म जमीन को दो अलग-अलग नामांतरण से नवापादर निवासी दीपेंद्र पुत्र रमेश जैन के नाम कर दी गई।

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