एनएच 927 ए पर उच्चाधिकारियों ने की अनदेखी, रात को हादसे का डर बना हुआ

बांसवाड़ा| जिले में नेशनल हाइवे 56 और 927 ए गुजर रहे हैं। दोनों हाइवे के निर्माण में अलग-अलग नियम लागू हो रहे हैं। एनएच 56 पर सेफ्टी स्ट्रिप बनवाई ताकि हादसों को रोका जाए, लेकिन एनएच 927 ए पर इसकी अनदेखी की गई। एनएच 927 ए के माध्यम से उदयपुर और गुजरात से जोड़ने के लिए निर्मित किए जा रहे नेशनल हाईवे 927 ए का निर्माण कार्य काफी कुछ हो चुका है।
जहां बांसवाड़ा से वजवाना, सागवाड़ा, खेरवाड़ा फेज के एनएच का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है, जिस पर वाहनों की आवाजाही भी जारी है, लेकिन एनएच के अभियंताओं द्वारा सड़क पर वाहनों के सुरक्षित आवागमन को लेकर सेफ्टी स्ट्रिप अब तक नहीं बनाई। जबकि विश्व बैंक द्वारा दी गई राशि से निर्मित चित्तौड़-प्रतापगढ़-बां सवाड़ा-दाहोद-वापी एनएच 56 पर प्रतापगढ़ से बांसवाड़ा तक 100 किमी लंबाई में सफेद रंग की सेफ्टी स्ट्रिप लगाई गई है।
जिसका उपयोग दिन में या रात में वाहन चलाने वाले चालक को नींद या झपकी आने की स्थिति में पेव्ड शोल्डर पर वाहन का टायर जाने से पहले सेफ्टी स्ट्रिप पर आते ही वाहन में कंपन शुरू हो जाता है, जिससे चालक सतर्क हो जाता है। जिससे दुर्घटना होने से बच जाता है। रतलाम से बांसवाड़ा गढ़ी -सागवाड़ा-डूंगरपुर-खेरवाड़ा स्वरूपगंज 927 ए पर बनी हुई सड़क के दोनों किनारों पर सेफ्टी स्ट्रिप लगाने का प्रावधान तक परियोजना में नहीं रखा गया है।
जिससे आने वाले कुछ माह बाद जब एनएच 927 ए पर बांसवाड़ा से खेरवाड़ा मार्ग पर आवागमन करने वाले वाहनों की सुरक्षा के लिए एनएच 56 जैसे इंतजाम नहीं हो पाएंगे। उल्लेखनीय है कि कूपड़ा स्थित ओवर ब्रिज के उपर अभी तक कई दुर्घटनाएं होने बावजूद रात में रोशनी के लिए रोड लाइटें तक नहीं लगाई गई हैं, जिसका कारण परियोजना में इसका प्रावधान नहीं रखा जाना ही रहा है।