महिला हाेमगार्ड काे सीअाई के क्वार्टर में भेजने वाला हैड कांस्टेबल लाइन हाजिर, तीन पर केस
सदर सीअाई के क्वार्टर में महिला हाेमगार्ड से छेड़छाड़ के मामले में रविवार को तीनाें पुलिसकर्मियाें के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। वहीं कार्रवाई में देरी करने अाैर हैड कांस्टेबल के खिलाफ प्रारंभिक एसपी केसरसिंह शेखावत ने पीड़िता काे सीअाई के क्वार्टर में भेजने वाले हैड कांस्टेबल महीपालसिह काे भी लाइन हाजिर कर दिया है।
मामले में पीड़िता पति के साथ रविवार शाम सदर थाने पहुंची अाैर हैड कांस्टेबल अाैर दाेनाें कांस्टेबल के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पीड़िता की रिपाेर्ट पर तीनाें पुलिस कर्मियाें के खिलाफ छेड़छाड़ करने अाैर एससी-एसटी एक्ट में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई के बाद भी यह सवाल वहीं खड़ा है कि पीड़िता की माैखिक शिकायत के बाद भी मामले में प्रकरण दर्ज करने में अाखिर पांच दिन की देरी कैसे लगी? सीअाई बाबूलाल मुरारिया अाैर अधिकारियाें में अाखिर कहां तालमेल की कमी रही या इस मामले काे हल्के में लिया गया। यह बेहद गंभीर मामला है एेसे में इसे लेकर भी जांच जरूरी है। लेकिन फिलहाल इस पर अधिकारी कुछ भी कहने काे तैयार नहीं है।
इधर, पीड़िता ने बताया कि अगर काेई दूसरा मामला हाेता ताे फिर भी वह माफ कर देती, लेकिन जब एक विभागीय महिला से ही थाना परिसर में एेसी घिनाैनी हरकत की काेशिश की जाए ताे फिर खामाेश रहना भी एक अपराध सरीखा है। इसलिए मैंने तय किया कि इसकी शिकायत करना जरूरी है। पीड़िता ने बताया कि वह पहले ही रिपाेर्ट दर्ज करा देती लेकिन वह हाेमगार्ड से है। इसलिए पहले उसे उसकी रिपाेर्ट उनके विभाग के डिप्टी काे देनी जरूरी थी। क्याेंकि वह डूंगरपुर गए थे, इसलिए उसने उनका इंतजार किया। रविवार काे डिप्टी के लाैटने पर उन्हें पूरा घटनाक्रम बताया। जिसके बाद डिप्टी की माैजूदगी में ही महिला ने सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
बहरहाल, पीड़िता के बयान से इतर भी पुलिस काे संज्ञेय अपराध की माैखिक सूचना पर भी कार्रवाई में पांच दिन की देरी कई सवाल खड़े कर रही है। इस संबंध में डिप्टी अनिल मीणा से संपर्क किया ताे उन्हाेंने यह ताे बताया कि पीड़िता की रिपाेर्ट पर तीनाें पुलिस कर्मियाें के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर दिया है लेकिन जब उनसे कार्रवाई में देरी की वजह के बारे में पूछा गया ताे उन्हाेंने इसे जांच का विषय बताया। बता दे कि इस मामले की विभागीय जांच खुद डिप्टी ही कर रहे हैं।
एसपी थाने का जायजा लेने गए, उसी समय हुई थी छेड़छाड़
एक जून काे एसपी अाैर डिप्टी सदर थाने का जायजा लेने अाए थे। काेविड-19 की वजह से पीड़िता महिला हाेमगार्ड की ड्यूटी थाने में लगाई गई थी। जहां हैड कांस्टेबल महीपालसिंह ने महिला गार्ड काे सीअाई के क्वार्टर मंे जाकर एसपी अाैर अधिकारियाें के लिए चाय-नाश्ता बनाने के लिए कहा। जहां एक अाराेपी कांस्टेबल सत्यजीसिंह ने छेड़छाड़ की। बदनामी के डर से महिला ने किसी से बात नहीं की। लेकिन शाम काे दाेबारा दूसरे अाराेपी कांस्टेबल केसरसिंह ने भी महिला से छेड़छाड़ की ताे वह घर चली गई अाैर अगले दिन काॅल पर अापबीती सदर सीअाई काे बताई। जिसके बाद सीअाई ने महिला काे बुलाकर जानकारी ताे ली लेकिन उसे अागे शिकायत नहीं करने के लिए भी कहा। घटना के पांच दिन बाद पुलिस हरकत में अाई जब मामला मीडिया से चर्चा में अाया। इस पर एसपी ने दाेनाें कांस्टेबल काे लाइन जाहिर कर निलंबित कर दिया। वहीं डिप्टी काे जांच के अादेश दे दिए।