गरीब के घर बेटी का जन्म होने पर सरकार देगी 1 लाख
बांसवाड़ा गरीब परिवार में जन्म लेने वाली बालिकाओं के पालन-पोषण की चिंता अब माता-पिता नहीं राज्य सरकार करेगी। अब यह जिम्मेदारी राज्य सरकार ने अपने कंधों पर उठा ली है। बालिका जन्म को प्रोत्साहित करने के साथ ही जन्म से लेकर उनके वयस्क होने तक बालिकाओं के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार ने बालिका के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित करने एवं उनके स्वास्थ्य तथा शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए प्रदेश में 1 अगस्त, 2024 से ‘लाडो प्रोत्साहन योजना’ लागू की है। योजना में गरीब परिवार की बालिकाओं के जन्म पर एक लाख रुपए का सेविंग बॉण्ड राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।
पात्रता व प्रक्रिया: बालिका का जन्म राजकीय चिकित्सा संस्थान अथवा जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाय) के लिए अधिस्वीकृत निजी चिकित्सा संस्थान में होना आवश्यक है। साथ ही प्रसूता का राजस्थान की मूल निवासी होना भी जरूरी है। गर्भवती महिला की एएनसी जांच के दौरान राजस्थान की मूल निवासी होने का प्रमाण-पत्र अथवा विवाह पंजीयन प्रमाण-पत्र, बैंक खाते का विवरण आदि दस्तावेज प्राप्त कर उनका चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संधारण किया जाएगा। बालिका की किलकारी गुंजने पर अक्सर मां-बाप के चेहरों पर उसके लालन-पालन और भविष्य के खर्चों की चिंता की लकीरें दिखाई देने लगती है। इन चिंताओं की वजह से ही शिशु लिंगानुपात घट रहा है। इन चिंताओं को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री लाडो प्रोत्साहन योजना लाए हैं। योजना से संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिलेगा और मातृ मृत्यु दर के साथ ही बालिका शिशु मृत्यु दर में भी कमी आएगी। साथ ही घटते शिशु लिंगानुपात में भी सुधार होगा। बालिकाओं का विद्यालय में नामांकन एवं ठहराव भी बढ़ेगा। माता-पिता उनकी पढ़ाई जल्दी नहीं छुड़वाएंगे, जल्दी शादी नहीं करवाएंगे, जिससे बाल विवाह में कमी लाने में भी मदद मिलेगी।
इस योजना में राजस्थान की मूल निवासी प्रसूता द्वारा राजकीय चिकित्सा संस्थान/जननी सुरक्षा योजना के लिए अधिस्वीकृत निजी चिकित्सा संस्थान में बालिका के जन्म पर 1 लाख रुपए राशि का संकल्प पत्र दिया जाएगा। बालिका के जन्म से लेकर 21 वर्ष आयु पूरी करने तक राशि का भुगतान 7 किश्तों में डीबीटी के माध्यम में ऑनलाइन किया जाएगा।
पहली छह किश्तें बालिका के माता-पिता अथवा अभिभावक के बैंक खाते तथा 7वीं किश्त बालिका के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से ऑनलाइन हस्तांतरित की जाएगी। राजश्री योजना को लाडो प्रोत्साहन योजना में समाहित करते हुए इस योजना की आगामी किश्तों का लाभ पात्रतानुसार लाडो प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत देय होगा। सरकार की इस योजना के पीछे मंशा है कि लोग बेटियों के जन्म पर चिंता होने की बजाय उसे योग्य बनाने के लिए सोचे।
विभिन्न चरणों में मिलेगी राशि पात्र चिकित्सा संस्थानों में बालिका का जन्म होने पर पहली किश्त 2 हजार 5 सौ रुपए, बालिका की आयु एक वर्ष पूर्ण होने एवं समस्त टीकाकरण होने पर दूसरी किश्त 2 हजार 5 सौ रुपए, राजकीय विद्यालय या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर तीसरी किश्त 4 हजार रुपए, छठी कक्षा में प्रवेश लेने पर चौथी किश्त 5 हजार रुपए, 10वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर पांचवी किश्त 11 हजार रुपए, 12वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर छठी किश्त 25 हजार रुपए तथा स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने एवं 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर 7वीं किश्त 50 हजार रुपए डीबीटी के माध्यम से ऑनलाइन हस्तांतरित की जाएगी। क्या आएगा बदलाव