टीएसपी क्षेत्र के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध : सीएम गहलोत
आदिवासी क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल पहुंचाने का काम बड़े रूप में हाथ में लिया जाएगा। योजना में ग्राम स्तर पर बनाई गई समितियों के माध्यम से प्रदेश के गांव-ढाणी में बसे 80 लाख से ज्यादा परिवारों के घर तक नल कनेक्शन के माध्यम से पानी पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हुरतिंग खड़िया ने कुशलगढ़ क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित होकर कार्य किया है। उन्होंने हमेशा क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में भागीदारी निभाई। उनके असामयिक निधन के बाद उनकी धर्मपत्नी रमीला खड़िया विधायक के रूप में जनसेवा के कार्यों को आगे बढ़ा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बेणेश्वर धाम के विकास के लिए हमारी सरकार ने ‘बेणेश्वर धाम विकास बोर्ड’ का गठन किया है। इसके विकास के लिए 132 करोड़ रूपए की योजना है, जिस पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। गहलोत ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है। विशेषज्ञ इसकी तीसरी लहर की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में आदिवासी क्षेत्र में वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में और अधिक जागरूकता लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार कुशलगढ़ क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रखेगी। इस क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं इसके भवन, तालाब सहित अन्य विकास कार्यों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
सीएम ने कुशलगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता रहे महेश जोशी को भी याद किया। अनावरण कार्यक्रम को टीएडी मंत्री अर्जुनसिंह बामनिया, कुशलगढ़ विधायक रमीला खड़िया, पूर्व सांसद रघुवीरसिंह मीणा, बांसवाड़ा नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी, जिला प्रमुख रेशम मालवीया ने भी संबोधित किया। इस दौरान समाजसेवी रजनीकान्त खाब्या, सज्जनगढ़ प्रधान रामचन्द्र डिंडोर, रमेश लबाना, प्रमुख शासन सचिव टीएडी शिखर अग्रवाल, उदयपुर संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, टीएडी आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, एसपी कावेन्द्र सिंह सागर, पूर्व विधायक रमेशखचंद्र पंड्या, समाजसेवी चान्दमल जैन, कृष्णपाल सिसोदिया, जमनालाल भट्ट, शंकरलाल त्रिवेद्वी, कुशलगगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष बबलू मईड़ा, छगनलाल खड़िया, विजय खड़िया, रोहत खड़िया, प्रेमसिंह खड़िया, जयंतीलाल कोवालिया, रमेश लबाना, कांतिलाल पंचाल, सज्जनगढ़ प्रधान रामचंद्र डिंडोर, नगरपालिका उपाध्यक्ष नीतेष बैरागी, डॉ. प्रवीण कटारा आदि मौजूद रहे। संचालन बृजमोहन तूफान ने किया व आभर हसमुख सेठ ने जताया।