जमीन की रजिस्ट्री करवा ली, रुपए मांगे तो जान से मारने की दी धमकी
सुरपुर में उनकी पुश्तैनी कृषि भूमि है, जो लक्ष्मण सिंह, दिलीप सिंह, रघुवीर सिंह पुत्र लाल सिंह के नाम से सामूहिक खातेदार के रूप में दर्ज थी। वर्ष 2016 में भाई दिलीपसिंह की मौत हो गई तो पैतृक कृषि भूमि लक्ष्मणसिंह व रघुवीरसिंह की ही रही। 2020 में लक्ष्मणसिंह व रघुवीरसिंह ने यह जमीन बेचने का मानस बनाया और सुरपुर के लालसिंह पुत्र नवलसिंह से संपर्क किया। लालसिंह ने कहा कि यह जमीन चंदा कुंवर, संतोष कुंवर निवासी सुरपुर खरीदने को तैयार हैं।
जिस पर लक्ष्मणसिंह व रघुवीरसिंह ने दलाल लालसिंह द्वारा जमीन को 30 लाख रुपए में बेचना तय किया। जमीन की रजिस्ट्री के दौरान आरोपियों ने 13 लाख का चेक दिया था जो कई बार बैंक से बाउंस हो गया। वर्ष 2022 में रघुवीरसिंह की मौत हो गई। 16 नवंबर को लक्ष्मणसिंह सुरपुर आए और अपने सौदे में से बकाया राशि मांगी तो आरोपियों ने अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों ने लक्ष्मणसिंह की जमीन बिना रुपए दिए ही हड़प ली।