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जीजीटीयू के रजिस्ट्रार रहे जोशी ने 530 करोड़ का घोटाला किया, निलंबित

Banswara
जीजीटीयू के रजिस्ट्रार रहे जोशी ने 530 करोड़ का घोटाला किया, निलंबित
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बांसवाड़ा| गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार और वर्तमान में राजसमंद के नाथद्वारा मंदिर मंडल के सीईओ राजेश जोशी को राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने निलंबित कर दिया है। इन पर उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूआईटी) सचिव रहते हुए 530 करोड़ रुपए का घोटाला होने का ऑडिट में खुलासा हुआ। ऑडिट रिपोर्ट में नियमों के खिलाफ कई प्लान को अनुमति देने और सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाने की पुष्टि हुई।

इस मामले को लेकर उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत ने भी मामला उठाया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने मामले की ऑडिट करवाई। उन पर नियमों के खिलाफ कई प्लान को अनुमति देने और सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाने के आरोपों की पुष्टि हुई। नाथद्वारा मंदिर मंडल के सीईओ राजेश जोशी 2022 से 24 के बीच उदयपुर विकास प्राधिकरण में सचिव रहे। यहां से स्थानांतरण होकर जीजीटीयू में 15 मार्च 2024 से 11 फरवरी 2025 तक रजिस्ट्रार रहे।

बता दे कि उदयपुर विकास प्राधिकरण 2022 से 2024 तक के ऑडिट व तथ्यात्मक रिपोर्ट में 530 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था। सांसद ने इस मामले में कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। इस पर सरकार ने मामले की ऑडिट करवाई तो 530 करोड़ रुपए का घोटाला होने की पुष्टि हुई। बांसवाड़ा जीजीटीयू रजिस्ट्रार रहने के दौरान भी इन पर कई आरोप लग चुके हैं।

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