पूर्व राज्यमंत्री खांट का कोरोना से निधन:उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल में थे भर्ती, गंभीर हालत के बीच बांसवाड़ा से किया था रेफर

कोरोना से जूझ रहे प्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री जीतमल खांट ने सोमवार शाम को अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से आरएनटी मेडिकल कॉलेज के महाराणा भूपाल चिकित्सालय उदयपुर में भर्ती थे। गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें करीब 10 दिन पहले बांसवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय से उदयपुर रेफर किया गया था।
कोरोना प्रोटोकॉल के तहत खांट का शव उनके परिजन के साथ देर शाम को गृह क्षेत्र बांसवाड़ा के लिए रवाना हुआ। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल ने खांट की मृत्यु की पुष्टि की। पोसवाल ने बताया कि मृत्यु के दौरान खांट का एचआर स्कोर 25 में 23 था।
गौरतलब है कि बांसवाड़ा की राजनीति में जीतमल खांट का काफी पुराना नाम है। जनता दल से भाजपा में शामिल हुए खांट तीन बार विधायक रहे हैं। इसमें दो बार जनता दल और एक बार भाजपा के टिकट पर वह चुनाव जीते थे। प्रदेश में पिछली भाजपा सरकार में उन्हें मोटर गैराज राज्यमंत्री बनाया गया था। शायद वह पहले मंत्री थे, जिन्हें केवल अकेले शपथ ग्रहण कराई गई थी।
तत्कालीन वसुंधरा सरकार ने ढाई साल के कार्यकाल के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया था। इसके बाद आगामी ढाई साल के लिए धनसिंह रावत को मंत्री बनाया गया था। पिछली वसुंधरा सरकार के गठन से पहले उन्हें भाजपा में शामिल कर विधायक का टिकट दिया गया था। बांसवाड़ा में दबंग नेता की छवि रखने वाले महेंद्रजीत सिंह मालवीया को राजनीतिक मंच पर चुनौती देने वाले नेता के नाम से भी जीतमल की अलग पहचान थी। अबकी बार विधानसभा चुनाव में जीतमल खांट को भाजपा से टिकट नहीं दिया गया था। वह काफी लंबे समय से राजनीति के क्षेत्र में भी परेशानी का सामना कर रहे थे।
