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वन रक्षक भर्ती-2022 का पेपर लीक हुआ, बाहरी एजेंट मोबाइल में लाए थे, स्थानीय दलालों के जरिए 10 अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले हल करवाया

Banswara
वन रक्षक भर्ती-2022 का पेपर लीक हुआ, बाहरी एजेंट मोबाइल में लाए थे, स्थानीय दलालों के जरिए 10 अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले हल करवाया
@HelloBanswara - Banswara -

डिप्टी विनय चौधरी ने बताया कि रीट भर्ती परीक्षा 2022 में डमी अभ्यर्थी बैठाने के केस में एजेंट सेवालाल भाबोर को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। इस बहुचर्चित मामले में एजेंट की पहली गिरफ्तारी है। हांडी गांव का सेवालाल वर्ष 2010 तक ट्रैक्टर चलाने का काम करता था। उसके पास दो ट्रैक्टर और गांव में खुद का मकान है। कुछ जमीनें भी खरीदी हैं, लेकिन अपने नाम मकान या जमीन की रजिस्ट्री नहीं करवाई।

कुछ दिन पहले ही उसने गांव में 7 लाख रुपए में एक प्लॉट और सल्लोपाट में 87 लाख का एक मकान भी खरीदा है। पुलिस ने आरोपी तृतीय श्रेणी शिक्षिका प्रतापगढ़ के तिलक नगर निवासी हाल शास्त्री नगर हाउसिंग बोर्ड बांसवाड़ा सविता डोंडियार और उसके पति प्रवीण मालवीया को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस प्रकरण में अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें 6 शिक्षक और एक सूचना सहायक शामिल है ।

भास्कर संवाददाता | बांसवाड़ा रीट भर्ती परीक्षा में डमी केंडिडेट बैठाने की जांच कर रही पुलिस को वन रक्षक पेपर लीक से जुड़ा इनपुट भी मिला है। यह इनपुट 2022 में हुई भर्ती परीक्षा से जुड़ा है। वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि साल 2022 में हुई इस भर्ती परीक्षा का पेपर बाहरी एजेंटों ने अभ्यर्थियों को मोबाइल पर लाकर दिखाया था। इससे पहले एजेंटों ने स्थानीय दलालों के जरिए ऐसे अभ्यर्थियों को तलाशा जो यह पेपर लेने के लिए तैयार हो।

सौदेबाजी पूरी होने के बाद अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र दिखाए गए। इस तरह के इनपुट मिलने के बाद पुलिस भी हरकत में आई और कुछ संदिग्धों की धरपकड़ शुरू कर दी है। हालाकि वनरक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर पुलिस ने अभी कोई अधिकृत खुलासा नहीं किया है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस अब रीट भर्ती परीक्षा में डमी केंडिडेट बैठाने के साथ-साथ वनरक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर मिले इनपुट की क्रॉस जांच कर रही है। अगर जांच में सूचना सही पाई गई तो फिर एसओजी की बांसवाड़ा में एंट्री लगभग तय है। सरकारी भर्तियों मंे दलालों ने डमी केंडिडेट के जरिए कई अभ्यर्थियों को नौकरियां दिलवाई। लेकिन कुछ मामलों में अभ्यर्थियों के साथ भी धोखा हुआ। सूत्र बताते हैं कि दलाल ने कुछ अभ्यर्थियों से सौदेबाजी करके बाहरी एजेंट को 9 लाख रुपए के करीब दिए थे लेकिन किसी वजह से एजेंट उन अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास नहीं करवा पाया।

बाद में जब स्थानीय दलाल उस एजेंट के पास रुपए लेने गया तो रुपए नहीं लौटाए। ^ जांच का दायरा बढ़ाया है। हमें वनरक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक से जुड़े इनपुट मिले हैं। लेकिन सूचना की प्रमाणिकता होने तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हम कुछ केंडिडेट से इसे लेकर भी पूछताछ कर रहे हैं। यह जरूर है कि इस इनपुट के बाद हमने हमारी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। -हर्षवर्धन अगरवाला, एसपी, बांसवाड़ा डमी केंडिडेट के जरिए सरकारी नौकरी हासिल करने के आरोपी 5 शिक्षकों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने निलंबन की कार्रवाई की है। विभाग ने खुंदनी हाला निवासी बादर, गांगड़तलाई के झेर मोटी क्षेत्र निवासी महेशचंद्र पटेल, झांझरवा खुर्द निवासी महेंद्रसिंह, आमलीपाड़ा निवासी गीता देवदा, अंदेश्वर के चूना खान निवासी अनूप डोडियार को निलंबित कर दिया गया है।

पुलिस को यह इनपुट भी रीट भर्ती परीक्षा से जुड़े दलालों के जरिए मिला है। सूत्र बताते हैं कि 4 से 5 बाहरी एजेंट हैं जिनसे स्थानीय दलालों के संपर्क थे। इन दलालों के तार रीट भर्ती परीक्षा में डमी केंडिडेट बैठाने और वनरक्षक भर्ती परीक्षा दोनों से जुड़े हुए हैं। परीक्षा से पहले मोबाइल पर पेपर मिलने से अभ्यर्थियों को परीक्षा पास करने में आसानी रही। खबर यह भी है कि यह पेपर परीक्षा से कुछ घंटे पहले ही खुद एजेंटों को मिले थे। जिससे स्थानीय दलालों के जरिए अभ्यर्थियों को इकट्ठा कर जल्दी में प्रश्नपत्र बताए गए। शुरुआती तौर पर ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या 10 से भी अधिक हो सकती हैं। पुलिस संदिग्ध एजेंट की तलाश में जुटी है। अगर पुलिस की जांच में यह बात साबित हो गई थी तो प्रदेश में एक नया पेपर लीक सामने आएगा। एजेंट सेवालाल, शिक्षिका व उसका पति गिरफ्तार

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