स्टांप गबन की जांच के लिए वित्त विभाग ने भेजी टीम, तीनों आरोपी 13 मई तक रिमांड पर
बांसवाड़ा कोष कार्यालय के स्ट्रांग रूम से 5.23 करोड़ से अधिक कीमत के स्टांप गबन के बहुचर्चित मामले में वित्त विभाग की एक टीम ने भी बांसवाड़ा पहुंच गहन जांच की। 3-4 सदस्यीय टीम कुछ दिन तक बांसवाड़ा में रुकी और कोष कार्यालय की फाइलों से लेकर स्ट्रांग रूम की जांच की। साथ ही स्ट्रांग रूम में स्टांप की सुरक्षा और उन्हें वेंडर को देने तक की पूरी प्रक्रिया की डिटेल जानकारी ली।
हालाकि जांच को लेकर टीम सदस्यों ने कोई खुलासा नहीं किया है। इधर, करोड़ों के स्टांप गबन के तीनों कोष विभाग के सहायक प्रशासनिक अधिकारी नारायणलाल यादव, वेंडर आशीष जैन और उसके सहायक की रिमांड अवधी पूरी होने पर पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां प्रकरण में और पूछताछ और जानकारी के लिए पुलिस ने रिमांड मांगी। जिस पर आरोपियों की 13 मई तक पुलिस रिमांड दी गई है। अब तक ये कार्रवाई हुई कोष कार्यालय से स्टांप चुराकर स्टांप वेंडर को देने के इस मामले में पुलिस अभी तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपियों से 2 लाख से अधिक की नकदी जब्त कर चुकी है। वहीं आरोपियों के घरों की तलाशी पर फर्जी तरीके से तैयार किए गए ज्यूडिशियल टिकट भी बरामद हुए है। इसके अलावा वेंडर से नोट गिनने की मशीन और प्रिंटर बरामद किया गया है।