अंग्रेजी मीडियम स्कूल: पढ़ाने के लिए भी देनी होगी परीक्षा
सरकारी टीचर होने के बाद भी महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम वाले स्कूलों में पढ़ाने के लिए एग्जाम पास करना होगा। 30 अंकों का पेपर होगा, जिसमें न्यूनतम 12 अंक प्राप्त करने वाले टीचर ही इन स्कूलों में पढ़ाने के योग्य होंगे। यहां तक कि प्रिंसिपल के लिए भी ये ही एग्जाम पास करना होगा। ऐसे में योग्य और स्तरीय सरकारी टीचर ही इन स्कूलों में पढ़ा सकेंगे।
शिक्षा विभाग ने इसके लिए विशेष चयन और सेवा की शर्तें व नियम तय कर दिए हैं। अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में पदस्थापन के लिए परीक्षा की अनिवार्यता रखी गई है। शिक्षा निदेशालय के आदेशानुसार चयन प्रक्रिया का निर्धारण करने के लिए शैक्षिक व गैर शैक्षिक पदों के लिए लिखित परीक्षा होगी। इन स्कूलों में प्राचार्य, व्याख्याता (विभिन्न विषय), वरिष्ठ शिक्षक (विभिन्न विषय), अध्यापक, लेवल-प्रथम, अध्यापक, लेवल द्वितीय (विभिन्न विषय) के पद परीक्षा पास करने पर ही मिल सकेगा। सभी पदों के लिए परीक्षा के अधिकतम अंक 30 अंक होंगे। परीक्षा की अवधि 60 मिनट होगी व प्रश्नों की संख्या भी 60 ही होगी। एक मिनट में एक प्रश्न करना होगा। न्यूनतम 12 अंक लाने वाला पास होगा। समस्त प्रश्न ऑब्जेक्टिव होंगे।
प्रत्येक गलत उत्तर अथवा एक प्रश्न के एक से अधिक उत्तर पर अंक काटे जाएंगे। परीक्षा केन्द्र आवेदक कार्मिक की परीक्षा उसके वर्तमान पद स्थापन स्थान से संबंधित जिले में निर्धारित परीक्षा केन्द्र पर ली जाएगी। शिक्षकों परीक्षा केंद्र तक आने-जाने के लिए अलग से कोई भत्ता नहीं मिलेगा। विभाग के मुताबिक परीक्षा 10 अगस्त को है। विभाग द्वारा रिक्त पदों की उपलब्धता एवं कार्मिकों की आवश्यकतानुसार पदस्थापन किया जाएगा। प्राचार्य पद के लिए पाठ्यक्रम में अंग्रेजी भाषा की दक्षता संबंधी प्रश्न (माध्यमिक स्तर) 50 प्रश्न, नेतृत्व एवं प्रशासन 05 प्रश्न, विभागीय योजनाएं 5 प्रश्न, व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक एवं अध्यापक लेवल प्रथम व द्वितीय पदों के लिए अंग्रेजी भाषा की दक्षता संबंधी प्रश्न (माध्यमिक स्तर) 50 प्रश्न विभागीय योजनाएं 10 प्रश्न होंगे।