डमी विरमाराम ने पहले शिक्षक बनाया फिर हेड मास्टर:पुलिस ने आरोपी अभ्यर्थी वालसिंह को गिरफ्तार किया, देर रात कुशलगढ़ थाने में केस दर्ज किया

डमी अभ्यर्थी प्रकरण में पुलिस हर दिन एक नई एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले रही है। मंगलवार देर रात को कुशलगढ़ थाने में आरोपी अभ्यर्थी वालसिंह गणावा निवासी खेड़पुर के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया।
डीएसपी शिवन्या सिंह ने बताया कि वालसिंह अभी हेड मास्टर है। जिसका एग्जाम उसने पूर्व में गिरफ्तार आरोपी विरमाराम को डमी बैठाकर किया था। जिसके लिए 7.50 लाख रुपए में सौदा हुआ था। डीएसपी ने बताया कि इसमें खास बात यह है कि वाल सिंह ने हेडमास्टर से पहले थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में भी विरमाराम को डमी बैठाकर परीक्षा दी थी और उसका चयन हुआ था। तब सौदा 1.50 लाख में हुआ था।
विरमाराम ने पूछताछ में बताया कि वो उदयपुर के एक कॉलेज से एमए कर रहा था तब बांसवाड़ा के कई लोगों से उसका परिचय हुआ था। तभी कुशलगढ़ निवासी विजयसिंह अपने साथ वालसिंह को लेकर आया था तब उससे परिचय हुआ था। उस दौरान 2008-09 में संस्कृत शिक्षा विभाग में तृतीय श्रेणी की भर्ती निकली थी। तब विरमाराम ने खुद ही फॉर्म भरा और फोटो और साइन खुद किए। आखिर में वाल सिंह का चयन हो गया। इसके बाद 2017- 18 में हेडमास्टर की परीक्षा में भी डील की और वाल सिंह का चयन हो गया।
