डिस्कॉम ने माना-50 मेगावाट बिजली कम मिल रही, इसलिए 2-6 घंटे कटौती
जिले में चल रही अघोषित बिजली कटौती पर भास्कर के खुलासे के बाद फाल्ट ठीक करने का बहाना करने वाले डिस्कॉम ने माना कि आपूर्ति कम होने की वजह से बिजली कटौती की जा रही है। डिस्कॉम ने माना कि जिले में 200 मेगावाट बिजली की डिमांड है और 140 से 150 मेगावाट बिजली ही सप्लाई हो रही है। इस बिजली को एडजस्ट करने के लिए डिस्कॉम ने प्लान बनाया।
आम लोगों की भाषा में इसे बिजली कटौती कहते हैं और डिस्कॉम ने इसे लोड मैनेजमेंट नाम दिया है। डिस्कॉम दो पारियों में कटौती कर रहा है। सुबह साढ़े छह से साढ़े आठ बजे तक और शाम को साढ़े पांच से रात साढ़े 11 बजे तक कटौती जा रही है। रात को होने वाली कटौती में कई इंडस्ट्री में भी कटौती की जा रही है।
एवीवीएनएल और राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, सलूंबर जिलों के अधीक्षण अभियंताओं, एक्सईएन की बैठक रविवार को आसपुर के 220 केवी जीएसएस पर हुई।। इसमें देबारी उदयपुर से तीनों जिलों में की जाने वाली बिजली आपूर्ति के लिए कार्य योजना तैयार की गई। साथ ही हर जीएसएस से निकलने वाले एक फीडर पर 1 से 1.30 घंटे तक बिजली कटौती करते हुए शेष सभी फीडर पर बिजली आपूर्ति बहाल रखने जाने का निर्णय लिया ताकि बाकी फीडर से संबंधित क्षेत्र के लोगों को गर्मी में बिजली आपूर्ति की जा सके। बैठक में बांसवाड़ा एवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता प्रताप सिंह नायक, डूंगरपुर एवीवीएनएल के एक्सईएन सागवाड़ा वी के दोसी, सलूंबर एवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता आरआर खटिक, आसपुर 220 केवी जीएसएस और राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लि. के एक्सईएन गौतमलाल डिंडोर आदि मौजूद रहे।
शाम 5.30 से रात 11.30 बजे तक कटौती जीएसएस बिजली कटौती 132केवी लाइन बागीदौरा 10 मेगावाट 132केवी लाइन परतापुर 10 मेगावाट 220 केवी लोधा लाइन 5 मेगावाट { आरएसडब्ल्यूएम बांसवाड़ा 4 मेगावाट { सिंटेक्स मिल 2 मेगावाट { मोरड़ी लाइन 1 मेगावाट { मै. इंडिया सीमेंट 4 मेगावाट {बागीदौरा व परतापुर से 8-8 मेगावाट सुबह 6.30 से 8.30 बजे तक कटौती {इसके अलावा 220 केवी लोधा जीएसएस द्वारा दिन में आवश्यकता अनुसार 10 से 15 मेगावाट की कटौती लोड मैनेज करने के लिए समय-समय पर कटौती की जा रही है।